श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के कैंपस में महिला टीचर के साथ दुष्कर्म व अपहरण की कोशिश के मामले में यूनिवर्सिटी ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है। इसने जांच भी शुरू कर दी है। डीन राणा की अध्यक्षता में बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी सभी पहलुओं की जांच कर रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट तैयार कर वाइस चांसलर को सौंप दी जाएगी। वहीं महिला आयोग ने एसपी को पत्र भेजकर इस मामले की रिपोर्ट मांगी है।
जांच कमेटी की अध्यक्ष ज्योति राणा के अनुसार यूनिवर्सिटी कैंपस में टीचर के साथ हुए अपराध को यूनिवर्सिटी ने गंभीरता से लिया है। इसमें विश्वविद्यालय को बनाने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी इरकॉन इंडिया और जेपीजी बिल्डर की भी जवाबदेही बनती है। क्योंकि यूनिवर्सिटी का कैंपस अभी उन्हें हैंडओवर नहीं किया गया है। निर्माणाधीन कैंपस के अंदर जेपीजी बिल्डर द्वारा बनाए गए क्रेच में ही उक्त महिला टीचर काम करती थी। वहीं यह घटना घटी। इस घटना से यूनिवर्सिटी का भी नाम बदमान हुआ है।
टीम के सदस्यों ने यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचकर जांच की। इसमें घटना वाले दिन दुधौला का सरपंच सुंदर यूनिवर्सिटी कैंपस में गाड़ी लेकर आया था या नहीं। मुख्य द्वार पर इसकी इंट्री चेक की गई तो पता चला कि 12 अप्रैल को सरपंच के नाम की इंट्री है। इससे यह जानकारी मिल चुकी है कि सरपंच उस दिन यूनिवर्सिटी कैंपस में आया था। इसके बाद टीम ने कैंपस में उस जगह का भी दौरा किया जहां यह घटना हुई थी।
क्या है मामला?
दुधौला गांव स्थित श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय परिसर में बने क्रेच में 12 अप्रैल को दुधौला गांव के सरपंच ने महिला टीचर के साथ दुष्कर्म कर अपहरण का प्रयास किया था। इस संबंध में गदपुरी थाने की पुलिस ने टीचर की शिकायत पर 13 अप्रैल को देर शाम सरपंच सुंदर के खिलाफ आईपीसी की धारा 365, 376, 506 व 511 के तहत केस दर्ज किया था।
क्या कहती पुलिस?
गदपुरी थाने के कार्यकारी प्रभारी अनीस खान के अनुसार पीड़ित टीचर की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी सरपंच के खिलाफ दुष्कर्म सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसकी तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। उक्त मुकदमे के संबंध में एसपी कार्यालय में महिला आयोग की ओर से एक पत्र आया है। इसमें मुकदमे से संबंधित रिपोर्ट मांगी गई है। अभी आरोपी सरपंच की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वह फरार है।