इसके साथ ही जम्मू कश्मीर से 60 युवाओं के लापता होने से सुरक्षा बलों और एंजेसियों की नींद उड़ी हुई है। मिली जानकारी के मुताबित ये लोग बीते कुछ महीनों में ही गायब हुए हैं। जिसके बाद सुरक्षा एंजेसियों को लग रहा है कि ये तालिबानी आतंकी संगठन से जुड़े हुए हैं।
कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा लापता लोगों ने बढ़ाई चिंता
कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि ये लोग यह कहकर गए थे कि वे किसी काम से जा रहे हैं। लेकिन बाद में लापता हो गए। जो कि बड़ी चिंता की बात है। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर के सभी मिसगाइडेड युवाओं से कह रहे हैं। वे हिंसा छोड़ें और मुख्यधारा में वापसी करें।
जम्मू कश्मीर सुरक्षा एंजेसियों की चिंता बढ़ गई
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के सुरक्षा एंजेसियों की चिंता इसलिए बढ़ गई है कि पिछले एक महीने से कुछ बदलाव हुआ है। जो घाटी कुछ सालों से शांत थी। वहां पिछले एक महीने से घटनाएं बढ़ गई हैं। इसे अफगानिस्ताने में तालिबान के कब्जा होने की दृ्ष्टि से भी देखा जा रहा है।
जम्मू कश्मीर में हर दिन कोई ने कोई हमला होता है
वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने भारत के टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि बीते एक महीने में हर दिन कोई न कोई हमला होता है। चाहे वह सिक्योरिटी फोर्सेज हो या तो फिर राजनीतिक नेताओं पर हो रहा हो। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लॉन्च पैड्स पर आतंकी गतिविधियां बढ़ रही है। जिसमें पाकिस्तान से सीजफायर के बाद से ही कमी देखी जा रही है। वहीं सुरक्षा एंजेसियों का कहना है कि कम से कम 300 आतंकियों ने एक बार फिर अलर्ट लाइन ऑफ कंट्रोल के आस पास के कैंपों पर कब्जा जमा लिया है। जिसपर सुरक्षा एंजेसियों ने कहा कि हम अलर्ट पर हैं और हालात से निपटने के लिए तैयार हैं।