इस घटना के बाद से ही विपक्ष लगातार मंत्री अजय मिश्र का इस्तीफा (Ajay Kumar Mishra Ka Istifa) और उनके बेटे की गिरफ्तारी (Ajay Kumar Mishra Son Giraftari) की मांग पर अड़ा हुआ है। यही नहीं किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने भी कहा है कि अजय मिश्रा को इस्तीफा देना ही होगा। उनके बेटे को प्रशासन ने जो तारीख दी है, उसके अंदर गिरफ्तार करना होगा। लेकिन अब देखना होगा कि आलाकमान के आगे अजय मिश्रा क्या जवाब रखते हैं? उनके जवाब से क्या आला कमान संतुष्ट होता है? अगर संतुष्ट हुए तो कुर्सी बचेगी वरना उनका मंत्री पद जाना लगभग तय माना जा रहा है।
मंत्री अजय मिश्रा का क्या है कहना?
वहीं सोशल मीडिया (Social Media) पर हिंसा से जुड़ा किसानों के ऊपर थार गाड़ी चढ़ाए जाने का वीडियो वायरल (Lakhimpur Kheri Viral Video) होने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि उस वीडियो में उनका बेटा आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) गाड़ी में नहीं था। वह बनवीरपुर में था। अगर आशीष किसी वीडियो में दिख जाएगा तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
बहराइच के किसान का दोबारा पोस्टमार्टम
बहराइच के किसान गुरविंदर सिंह (Gurvinder Singh) का शव दोबारा पोस्टमार्टम के लिए मंगलवार देर रात एक बजे के करीब जिला अस्पताल ले जाया गया। लखनऊ से हेलीकॉप्टर द्वारा भेजे गए एसजीपीजीआई (SGPGI) के 5 डॉक्टरों ने उनका पोस्टमार्टम किया। इसके बाद आज उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post Mortem Report) दोबारा आ सकती है। किसान गुरविंदर सिंह के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था।
दरअसल, उनका कहना था कि गुरविंदर को गोली लगी थी जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली का कोई जिक्र नहीं है, अंतिम संस्कार से मना करने पर किसान नेता राकेश टिकैत देर शाम उनके घर पहुंचे और परिजनों से बात कर दोबारा पोस्टमार्टम करने की कराने की बात कही, जिसके बाद लखनऊ से हेलीकॉप्टर द्वारा पीजीआई के पांच डॉक्टरों की टीम भेजी गई।
राकेश टिकैत बोले आंदोलन नहीं हुआ खत्म
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अभी किसानों का आंदोलन (Kisano Ka Andolan) ख़त्म नहीं हुआ है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,”लखीमपुर खीरी में फैसला आंदोलन की समाप्ति नहीं है। सरकार से मंत्री को बर्खास्त कर मंत्री व उनके बेटे को तुरन्त गिरफ्तार किया जाय। सरकार तयसीमा में अपने वादे पूरे करे।”