आज की ताजा विचार समाचार - अतुल्य लोकतंत्र
उत्तराखंड के धधकते जंगलों की गाथा : ज्ञानेन्द्र रावत
आजकल उत्तराखंड के जंगल धधक रहे हैं। इससे तापमान में बढो़तरी तो होती ही है,पर्यावरण के साथ साथ मानव जीवन…
विनाश की ओर बढ़ रही है धरती : ज्ञानेन्द्र रावत
आज धरती विनाश के कगार पर है। मानवीय स्वार्थ ने पृथ्वी, प्रकृति और पर्यावरण पर जो दुष्प्रभाव डाला है, उससे…
परम्परागत कृषि पद्धति को बढ़ावा देने से बच सकते हैं प्राकृतिक संसाधन–रामभरोस मीणा
मानव द्वारा धान की पहचान, महत्व, उपयोगिता, उपभोग के महत्व को समझने के साथ ही कृषि का प्रारंभ हुआ। जंगलों…
उ0 प्र0 विधान सभा चुनाव : भाजपा के लिए आसान होती सत्ता की राह –ज्ञानेन्द्र रावत
उत्तर प्रदेश के इस बार के विधान सभा चुनाव में जहां भाजपा राज्य की सत्ता में दोबारा वापिसी कहें या…
चला गया शांति का मसीहा एस. एन. सुब्बाराव…
•अतुल्य लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद् ज्ञानेंद्र सिंह रावत की कलम से.. शांति का मसीहा, राष्ट्रीय युवा योजना…
उड़ गया सदा के लिए उड़न सिख मिल्खा सिंह–ज्ञानेन्द्र रावत
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो जीवन में ही व्यक्ति से विचार बन जाते हैं, महान बन जाते हैं और…
मातृभूमि की रक्षा हेतु लक्ष्मीबाई का बलिदान अविस्मरणीय है : ज्ञानेन्द्र रावत
रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस 18 जून पर विशेष दरअसल 1857 का स्वाधीनता संग्राम जहां मातृभूमि की रक्षा का संग्राम…
स्त्री शक्ति की प्रतिमूर्ति
सौंदर्य की प्रतिमूर्ति है मातृ रूप! एक दर्द ये भी जो किसी को नहीं दिखता वो स्त्री है सृजन करके…
पर्यावरण संरक्षण , आज की जरूरत
अतुल्य लोकतंत्र के लिए युवा लेखक/स्तंभकार/साहित्यकार प्रफुल्ल सिंह "बेचैन कलम" की कलम से... तप रहा है बदन तो ढूंढ रहे…
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून पर विशेष : बढ़ता तापमान पर्यावरण के लिए भयावह खतरे का संकेत — ज्ञानेन्द्र रावत
अतुल्य लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणविद् ज्ञानेन्द्र सिंह रावत की कलम से... आज विश्व पर्यावरण दिवस है। आज…
सत्ता की ओछी राजनीति की शिकार बनी डी एम डा.विभा चहल–ज्ञानेन्द्र रावत
अतुल्य लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ पत्रकार और पर्यावरणविद् ज्ञानेन्द्र सिंह रावत की कलम से... प्रस्तुति {दीपक शर्मा शक्ति}• राजनीति में…
हे प्रिये तुम अप्सरा के समान हो _
तुम्हारी काया की चिक्कण रति रूप को लज्जित करे..तुम्हारा कायिक रचाव अन्यतम, भुवन-भास्वर भी नत हो जाए.. गात का अनुपम…