साबिर परवेज
ये लीजिए ! दिल्ली नगर निगम के 5 वार्डों में हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए जो कहीं खुशी, कहीं गम वाली स्थिति पैदा वाले हैं। आम आदमी पार्टी को 5 में से 4 सीटें मिली हैं जिससे पार्टी के हर स्तर के कार्यकर्ताओं और नेताओं में जबरदस्त उत्साह है। साथ ही एक सीट पाने वाली कांग्रेस भी फूले नहीं समा रही है जबकि भाजपा के ख़ेमे में उदासी पसरी है क्योंकि पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली। गौरतलब हो कि भाजपा दिल्ली के तीनों निगमों में सत्ता में काबिज है। दिल्ली नगर निगम के 5 वार्डों में हुए उपचुनाव में ‘आप’ को चार सीटें मिलने से आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ही सभी कार्यकर्ता गदगद हैं। इस अवसर पर केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता ने दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में 5 में से 4 सीट आम आदमी पार्टी को देकर आज ये बता दिया है कि वो के कामों से बहुत ज्यादा खुश है और भाजपा को जीरो सीट जो आई है वो ये दिखाती है कि में बीजेपी के 15 साल के काम से दिल्ली की जनता बहुत नाराज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमसीडी ने दिल्ली के अंदर चारों तरफ गंदगी फैला रखी है।
आपको याद होगा भाजपा ने दिल्ली सरकार पर हमेशा एमसीडी को पैसा नहीं देने का इल्ज़ाम लगाया था जिसपर दिल्ली सीएम ने कहा कि जनता को पसंद नहीं आया जब भाजपा ने मुझसे 13,000 करोड़ रुपये की मांग की। जो भी पैसा दिया जाना था, दिल्ली सरकार ने दिया, लेकिन वे अधिक मांगते रहे और जनता को यह पसंद नहीं आया। जो सरकार अपने सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं दे सकती थी, वह सत्ता में रहने लायक नहीं है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की जनता भाजपा के 15 साल के MCD के शासन से तंग आ चुकी है। अब जनता चाहती है कि झाड़ू लगाकर भाजपा को नगर निगम से पूरी तरह साफ किया जाए। उपचुनाव के नतीजे साफ संकेत हैं कि अगले साल नगर निगम चुनावों में केजरीवाल की काम करने की राजनीति की जीत होगी।
भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि हम परिणामों का विश्लेषण कर अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करेंगे और आवश्यक बदलाव करेंगे। हम अपनी कमियों में सुधार करेंगे और 2022 के दिल्ली नगर निगम चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेसी ख़ेमे में इस एक सीट की जीत से अचानक काफ़ी उत्साह देखने को मिल रहा है। अब ये देखने का विषय है कि एमसीडी के अगले साल होने वाले चुनाव तक ये उत्साह बना रहता है या फिर सब कुछ पहले जैसा।