Kurukshetra/Atulya Loktantra : 13 साल पहले गीता उपदेश स्थली में भव्य विराट स्वरूप लगाने का प्रोजेक्ट तैयार हुआ था, लेकिन यह प्रोजेक्ट एक दशक तक फाइलों में ही दबा रहा। कांग्रेस के बाद भाजपा सरकार ने भी गीता उपदेश स्थली ज्योतिसर में विराट स्वरूप जल्द से जल्द लगाने की घोषणाएं कई बार की। खुद सीएम मनोहरलाल ने भी घोषणाओं के तहत इस प्रोजेक्ट का ऐलान किया। लंबे इंतजार के बाद करीब दो साल पहले यह प्रोजेक्ट फाइलों से बाहर आया।
52 feet Swaroop Shri Krishna श्रीकृष्ण का 52 फीट
डेढ़ साल पहले इसकी नींव आरएसएस संघ संचालक मोहन भागवत, सीएम मनोहरलाल, तत्कालीन राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने ज्योतिसर तीर्थ पर रखी, लेकिन दो साल में भी यह प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ा। किसी न किसी वजह से इसमें देरी होती गई। अब विराट स्वरूप इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। हरियाणा टूरिज्म डिपार्टमेंट ने इस विराट स्वरूप को तैयार करने का जिम्मा विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार को सौंपा है।
Details of श्रीकृष्ण का 52 फीट Swaroop Shri Krishna by रामसुतार
रामसुतार दिल्ली में अपनी वर्कशॉप में इसे तैयार करेंगे। लॉकडाउन की वजह से इसमें कुछ देरी और हुई। रामसुतार ने भव्य विराट स्वरूप का डिजाइन भी तैयार कर लिया है। बता दें कि भास्कर ने पहले यह खुलासा किया था कि विराट स्वरूप रामसुतार से बनवाया जाएगा।
कांग्रेस राज में 2007 में बना था प्रोजेक्ट
ज्योतिसर स्थित गीता उपदेश स्थली तीर्थ पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप लगाने के लिए प्रोजेक्ट सन् 2007 से पहले तैयार किया था। तब इसे कांग्रेस सरकार ने भी मंजूरी दे दी, लेकिन यह प्रोजेक्ट पहले बोर्ड की मीटिंग्स में सिर्फ चर्चा तक ही सीमित रहा। तब इस पर करीब छह करोड़ खर्च आना था। इसमें से एक करोड़ केंद्र सरकार की तरफ से दिया जाना था। इसके लिए पूरा बजट प्रदेश सरकार द्वारा ही देना तय हुआ, लेकिन यह प्रोजेक्ट अटका ही रहा।
2018 में सीएम, संघ संचालक ने रखी थी नींव
कांग्रेस के बाद भाजपा सरकार ने भी प्रोजेक्ट लगाने की घोषणा की, लेकिन इस पर काम आगे नहीं बढ़ा। विधायक सुभाष सुधा ने सीएम के समक्ष मुद्दा उठाया। बाद में इसे सीएम घोषणा में शामिल किया गया। दिसंबर 2018 में सीएम, आरएसएस संघ संचालक ने इसकी ज्योतिसर में नींव रखी।