गुरुग्राम ( अतुल्य लोकतंत्र ):/मुकेश बघेल :समय के साथ साथ खेती के तौर तरीकों में हो रहे बदलावों के प्रति छोटे व सीमांत किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में किसानों के बीच एकीकृत सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रति एकड़ ₹8000 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है।
जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने अनुदान स्कीम की जानकारी देते हुए बताया कि किसान सूक्ष्म सिचाईं या टपका सिचाईं प्रणाली का उपयोग कर कम पानी वाली फसलों से अधिक मुनाफा कमा सकें, इसके लिए सरकार द्वारा सब्जियों की एकीकृत फसलों पर प्रति एकड़ ₹8000 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि जिला में निरंतर घटता भूजल स्तर चिंता का विषय है, ऐसे में सब्जियों की खेती एक बेहतर विकल्प है। सब्जियों को उगाना इसलिए भी फायदेमंद है क्योंकि बाजार में ताजी सब्जियों की मांग हर समय बनी रहती है व इसकी बिक्री के बाद तुरंत नगद भुगतान मिल जाता है। किसान इसे बेचकर लगातार अच्छी आमदनी कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियों की खेती पर सरकार द्वारा अनुदान देने के साथ साथ निरंतर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे है।
एक किसान को मिलेगा अधिकतम ₹40000 का अनुदान
जिला बागवानी अधिकारी श्रीमती पिंकी ने कहा कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत उपरोक्त अनुदान स्कीम के माध्यम से एक किसान को यह मदद अधिकतम 5 एकड़ तक के लिए दी जा सकती है। शर्तों को पूरा करने पर यह पैसा सीधे किसान के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुदान का पात्र होने के लिए आपका वेबसाइट www.hortharyana.gov.in/en पर रजिस्ट्रेशन होना आवश्यक है। बागवानी विभाग में चल रही विभिन्न स्कीमों के तहत किसानों को अनुदान का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा आवेदन से पहले सभी किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। साथ ही किसान के पास परिवार पहचान पत्र,पैन कार्ड, आधार कार्ड, व जमीन के कागजात होना भी आवशयक है। इस विषय में और अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्यदिवस में जिला बागवानी अधिकारी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।