Faridabad/Atulya Loktantra : कुछ दिनों पहले प्रयोगशालाओं के द्वारा गलत Coronavirus (Covid-19) रिपोर्ट का बड़ा मामला सामने आया था. इस पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कई निजी प्रयोगशालाओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। जिसमें प्रयोगशालाओं को जांच रिपोर्ट न जारी करने के निर्देश भी थे, लेकिन निजी प्रयोगशाला के संचालक अपनी मनमानी करते हुए जांच रिपोर्ट जारी कर रहे हैं।
पिछले दिनों एक महिला की मौत के स्वास्थ्य विभाग ने उसका अंतिम संस्कार कोविड-19 के तहत करवाया था। इस पर महिला के पति समेत परिजनों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। महिला को कई बीमारियां बताई गई थी। उसे कोरोना संदिग्ध निजी अस्पताल द्वारा बताया गया था। पिछले दिनों सेक्टर-37 में हुई एक व्यक्ति की मौत पर भी विभाग ने उसे संदिग्ध बता दिया। अब नहर पार स्थित सेक्टर-88 में एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट एक निजी प्रयोगशाला में पॉजिटिव बताई गई है, जिस पर विभाग ने बीती रात आनन-फानन में उसका सैम्पल जांच के लिए भेजा है, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही व्यक्ति की मौत हो गई। अब विभाग इस लैब को भी नोटिस जारी करने की बात कह रहा है।
कैसे जारी हुई रिपोर्ट
सेक्टर-88 निवासी 68 वर्षीय जिस व्यक्ति की मौत हुई है। उसकी रिपोर्ट सेक्टर-15 स्थित एक निजी अस्पताल के द्वारा पॉजिटिव बताई गई थी। जिस पर निजी लैब को विभाग ने नोटिस जारी किया है, लेकिन डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रामभगत ने कुछ दिनों पहले भी उक्त लैब की कुछ रिपोर्ट पॉजिटिव दोबारा जांच में नेगेटिव आने पर नोटिस जारी किया था। ऐसे में नोटिस के बावजूद भी बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव उक्त लैब ने कैसे जारी कर दी।
दोबारा हो रही सैम्पलिंग
सूत्रों की माने, तो विभाग द्वारा भेजे जा रहे सैम्पलों की रिपोर्ट भी कभी नेगेटिव, तो कभी पॉजिटिव आ रही है। जिसे देखते हुए विभाग खुद एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट में अधिक समय ले रहा है। सैम्पल की दो से तीन बार में जांच करवाई जा रही है। पलवली में पॉजिटिव पाए गए आढ़ती और शिव दुर्गा बिहार व सेक्टर-28 से आए 50 वर्षीय एक व्यक्ति के पॉजिटिव होने के बाद उसके सम्पर्क में आए परिजनों व रिश्तेदारों की रिपोर्ट रविवार से अब तक नहीं आई है।
अधिकारी का कथन
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रामभगत ने बताया कि निजी लैब की रिपोर्ट पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। मंगलवार को आई दोनो रिपोर्ट निजी लैब से आई थी, लेकिन सरकार ने कोरोना जांच के लिए सरकारी लैब को ही मान्य किया है। जिस पर सरकारी लैब की रिपोर्ट ही पॉजिटिव मानी जाएगी।