Faridabad/Atulya Loktantra : एचएसईबी वर्कर्स यूनियन के प्रान्तीय महासचिव सुनील खटाना द्वारा आज जारी बयान में उन्होंने कहा कि फिलहाल देश मे कोरोना जैसी महामारी को हराने में एकजुटता के साथ समूचा कर्मचारी वर्ग देशहित मे पूरी मेहनत, लगन और सच्ची निष्ठा के साथ ऐसी भयावह महामारी में दिनरात अपनी सेवाएँ दे रहा हैं । इसके साथ साथ देश व प्रदेशों की सरकार के द्वारा कर्मचारियों को संकट के इस समय मे जो भी जिम्मेदारी सौंपी है उसे कर्मचारी वर्ग पूरी शिद्दत के साथ करने में दृणसंकल्पकृत है ।
आज जिस समय पूरा देश लॉकडाउन है कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी ऐसे समय मे भी अपने घर परिवार से दूर रहकर आमजन में इस बीमारी को हराने के लिये तत्परता से स्वेच्छिक होकर सेवारत रहे और इसके साथ साथ मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रधानमंत्री कोरोना रिलीफ फण्ड में अपने सामर्थ्यनुसार वेतनमान कटवा कर सराहनीय योगदान दिया है व आगे भी अपनी स्वेच्छा से ऐसे कर्तव्य के लिये अग्रिम रहेंगा । लेकिन केन्द्र सरकार का जबरदस्ती से जुलाई 2021 तक का कर्मचारियों को दिये जाने वाला डीए फ्रीज करने का फैसला सरासर गलत व घोर निन्दनीय है । जिसका प्रदेशीय कर्मचारी कड़े शब्दों में आलोचना करता है ।
ऐसे कर्मचारी विरोधी अनैतिकतापूर्ण फैसले के विरुद्ध हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन कर्मचारियों की ओर से पुरजोर विरोध करती है । देश मे संकट की इस घड़ी में सरकार कर्मचारी वर्ग को इस तरह बाध्य करना गलत है । इससे कोरोना जैसी महामारी के समय जब कर्मचारी अपनो जान की बाजी लगाकर इस महामारी के खिलाफ संयुक्तरूप से लड़ रहा है तो ऐसे समय में सरकार का यह फैसला देश के कर्मचारी वर्ग का मनोबल तोड़ने का काम कर रही है । सरकार को चाहिये कि कर्मचारियों का मनोबल ना टूटने दें बल्कि उनके हौंसले को ओर बढ़ाने का काम यह सरकार करे । एचएसईबी वर्कर्स यूनियन सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करे ताकि कर्मचारी वर्ग मजबूती के साथ कोरोना जैसी महामारी का डटकर मुकाबला कर अपनी सेवाएं जनहित में जारी रख सके ।