जनसंख्या की वृद्धि की समस्या अन्य अनेक समस्याओं को पैदा करती है प्रतिवर्ष उत्पादित खदान अपर्याप्त हो जाता है । इसी हिसाब से उपयोगी वस्तुओं के दाम भी बढ़ते हैं सरकार के पास काम की कमी हो जाती है अतः बेकारी भी बढ़ती जाती है वैज्ञानिक प्रगति के कारण पूंजीवादी अथवा साम्राज्यवादी अधिपत्य मानव श्रम को दिन प्रतिदिन उपेक्षित करता जा रहा है ऐसी स्थिति में जनसंख्या की स्थिरता आज की अनिवार्य मांग बन गई है इसके लिए पाश्चात्य देशों में परिवार नियोजन के अनेक तरीके अपनाए जाते हैं
जनसंख्या किसी भी देश के लिए वरदान होती है परंतु अधिकतम सीमा रेखा को पार कर जाती है तब वही अभिशाप बन जाती है स्वतंत्रता प्राप्ति के समय भारत की जनसंख्या मात्र 30 करोड़ थी जो अब वर्ष 2011 की जनसंख्या के अनुसार बढ़कर 121 करोड से भी अधिक हो गई है विश्व की लगभग 15 परसेंट जनसंख्या भारत में निवास करती है जबकि भूभाग की दृष्टि से भारत का क्षेत्रफल विश्व के कुल क्षेत्रफल का मात्र 2.5 परसेंट है यह हमारे लिए बेहद चिंताजनक है
स्थानीय सेक्टर 28 तंवर हाउस मे श्री हरिदेव अंतर्राष्ट्रीय सेवा संघ द्वारा आयोजित “एक देश एक कानूनव व जनसंख्या नियंत्रण कानून” कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए डॉक्टर अश्वनी गौड ने आगे बताया कि हाल ही में ऑपरेशन रिसर्च ग्रुप द्वारा एक समुदाय पर किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है की उस समुदाय में जन्म दर एवं उत्पादकता दर हिंदुओं की अपेक्षा अधिक है यद्यपि अधिकतर पुरुष एवं स्त्री उत्तर दाता आधुनिक परिवार नियोजन के अनेको उपाय करते हैं।
भारत जैसे विकासशील देश में बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण पाना अत्यंत आवश्यक है अन्यथा इसके परिणाम स्वरूप देश में अशिक्षा, गरीबी, बीमारी, भुखमरी, बेरोजगारी, आवास हीनता जैसी कई समस्याएं उत्पन्न होंगी और देश का विकास अवरुद्ध हो जाएगा। अतः जनसंख्या नियंत्रण कानून का होना अत्यंत आवश्यक है
डॉक्टर गौड ने आगे कहां की “समान नागरिक संहिता एक देश एक कानून” विश्व के तमाम देशों में यह कानून लागू है । नार्वे, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, यूएसए ,यूके, कनाडा, फ्रांस ,चीन व रूस आदि देश इसमें प्रमुख है कानूनों का बंटवारा धर्म के आधार पर नहीं होना चाहिए अतः भारत जैसे देश में एक संविधान, एक मौलिक अधिकार ,एक प्रधानमंत्री ,एक राष्ट्रपति तो फिर एक देश एक कानून का होना अति आवश्यक है तभी हमारा राष्ट्र उन्नति करेगा
इस अवसर पर कार्यक्रम के राष्ट्रीय सचिव मनीष कुमार सिंह ने बताया कि भारतवर्ष की सभी धार्मिक सामाजिक आध्यात्मिक वह राष्ट्रवादी विचारधारा वाले लोग 5 फरवरी 2022 को हरिद्वार से दिल्ली तक “एक देश एक कानून व जनसंख्या नियंत्रण कानून” बनाने हेतु जागरूकता अभियान चलाकर पदयात्रा निकालेंगे । इस अवसर पर डॉ प्रवीण रानी लंदन, यूके को कार्यक्रम की राष्ट्रीय महिला संयोजक व डॉक्टर विंध्या गुप्ता को प्रांत की महिला संयोजक व धर्मेंद्र कुमार तिवारी( कीनिया ) को सलाहकार मनोनीत किया गया
इस अवसर पर जीत सिंह भाटी कानूनी सलाहकार ,रूप सिंह नागर संरक्षक, कपिल मलिक संरक्षक, राजेश तंवर व अन्य धार्मिक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि व राष्ट्रीय वादी विचारधारा वाले सैकड़ों लोग उपस्थित थे।