Faridaabad/Atulya Loktantra : जिले में अब कोरोना तीव्र गति से बढ़ रहा है। प्रशासन ने बाजारों से कोरोना प्रसार के खतरे के मद्देनजर 50 प्रतिशत दुकानें खुलने का नियम लागू किया है। फिर भी दुकानदार चालान के बावजूद दुकानें खोल रहे हैं। एक नगर निगम अधिकारी ने एमसीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई को आवश्यक बताया है।
अब तक जिले में 236 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग के लिए लगातर आदेश जारी कर रहा है। सबसे बड़ा खतरा बाजारों से है। अब तक सब्जी मंडियों से कोरोना प्रसार के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए प्रशासन ने 50 प्रतिशत बाजार ही खोलने की रणनीति बनाई। इसके तहत एक दिन बाजार के एक तरफ की और दूसरे दिन बाजार के दूसरी तरफ की दुकानें खुलनीं थीं।
एनआईटी नंबर एक के ए, बी, सी और डी ब्लॉकों में एक दर्जन से ज्यादा पॉजिटिव पाए गए हैं। फिर भी एनआईटी नंबर एक के बाजार धड़ल्ले से खुल रहे हैं। किंतु प्रशासन ने पाया कि दुकानदार दोनों तरफ की दुकानें खोल रहे हैं। अगर किसी लेन की दुकानें बंद भी हैं, तो उस तरफ रेहड़-पटरी वालों ने कब्जा जमाया लिया है। इससे बाजारों में भीड़ रोकने की अवधारणा ध्वस्त हो रही है।
दुकानें बंद करवाने की जिम्मेदार एमसीएफ की
यह देखते हुए डीएम यशपाल यादव ने नगर निगम को दुकानें बंद करने का दायित्व दिया। नगर निगम ने एनआईटी, ओल्ड और बल्लभगढ़ जोन में तीन टीमें बनाईं।
चलान हो रहे हैं
संयुक्तायुक्त वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि एमसीएफ टीमें लगातार दुकानें बंद करवाने का प्रयास कर रही हैं। सभी जोन में चालान किए जा रहे हैं और ओल्ड में भी चालान किए गए हैं।
पुलिस की जरूरत
एक एमसीएफ अधिकारी ने बताया कि एमसीएफ टीम नगर निगम अधिनियम के मुताबिक 500 रुपए का चालान कर रही है। फिर भी दुकानदार नहीं मान रहे हैं। एमसीएफ की टीम आते ही दुकानें बंद कर देते हैं। टीम के जाते ही दुकानें खोल लेते हैं। अधिकारी ने बताया कि जरूरत है कि एमसीएफ टीम के साथ पुलिस टीम भी गश्त करे। तभी बाजारों के बंद होने का नियमन हो पाएगा।