फरीदाबाद, 20 जून । शहर के नागरिकों का मूलभूत सुविधाओं को लेकर रोष बढ़ता ही जा रहा है। आज सेव फरीदाबाद संस्था के नेतृत्व में ग्रेफा के नागरिकों ने टूटी हुई सडक़ों व जगह जगह खतरनाक गड्ढों के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारियों के हाथ में स्लोगन्स की तख्तियां थीं जिन पर सडक़ों के गड्ढों को भरने की मांग लिखी हुई थी। ‘अच्छी सडक़ मेरी भीख नहीं , मेरा अधिकार है ‘, ‘ग्रेफा की सडक़ों पर चाँद से ज़्यादा गड्ढे हैं ‘, ‘ग्रेफा में रहने के फंडे , टूटी सडक़ें गहरे गड्ढे ‘ जैसे नारों ने आसपास के लोगों का खूब ध्यान आकर्षित किया। सेव फरीदाबाद के संयोजक पारस भारद्वाज ने बताया कि पूरे शहर में सडक़ों का बुरा हाल है और जगह जगह दुर्घटना का कारण यही सडक़ों के गड्ढे बनते हैं। शहर की प्रमुख समाजसेविका आशा तोमर ने सरकार व प्रशासन को इस बदहाली का ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इतने सालों में यहाँ के नागरिकों को केवल उपेक्षा और सौतेले व्यवहार का ही शिकार होना पड़ा है। सभी ने अपने जीवन भर की पूँजी इस क्षेत्र में लगा कर केवल समस्याएं ही प्राप्त की हैं। ग्रेफा में रहने वाले सेव फरीदाबाद के अन्य सदस्य अनिल आहूजा ने ग्रेटर फरीदाबाद को नारकीय जीवन बताया और कहा कि यहाँ सभी लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। आरडब्ल्यूए की अध्यक्ष और सेव फरीदाबाद की सदस्य दीपा सक्सेना का कहना था कि इन टूटी सडक़ों के कारण बुज़ुर्गों और बच्चों के रोज़ाना गिर कर दुर्घटनाग्रस्त होना आम बात हो गयी है। पारस ने बताया कि मेरी सडक मेरा हक नाम से उनकी संस्था सेव फरीदाबाद पूरे शहर में टूटी सडक़ों के खिलाफ एक जन मुहीम चलाएगी और प्रशासन को चेतायेगी। मानसून के चलते लोग सडक़ के गड्ढों की वजह से दुर्घटनाग्रस्त न हों , प्रशासन को इसके लिए तुरंत प्रभाव से इन गड्ढों को भरने का काम करना पड़ेगा। इस प्रदर्शन में पी सी माथुर, सुभाष खन्ना, रजत बांगा, दिनेश मेहता, ध्रुव अग्रवाल, प्रफुल्ल शर्मा,प्रदीप नाहटा , कपिल आर्य मौजूद रहे।
सेव फरीदाबाद नें शुरू की मेरी सडक़ मेरा हक़ मुहिम
Deepak Sharma
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