फरीदाबाद : बल्लभगढ़-तिगांव मुख्य मार्ग को चार लेन बनाने की घोषणा अप्रैल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तिगांव में आयोजित रैली में की थी। इसके बावजूद उच्च अधिकारी इस मामले को लेकर गंभीर नहीं हैं। टेंडर प्रक्रिया को अभी तक अनुमति नहीं दी जा सकी है। तिगांव से विधायक राजेश नागर ने पिछले दिनों विधानसभा सत्र में ये मामला उठाया था। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आश्वासन दिया कि जल्द अनुमति दिला दी जाएगी। अधिकारियों से बात कर समाधान के लिए कहा था। टेंडर प्रक्रिया को अनुमति मिलने के बाद यहां लोक निर्माण विभाग आगे कार्रवाई करेगा। सड़क की हालत बेहद खराब
बल्लभगढ़-तिगांव मुख्य मार्ग की कई महीने से हालत बेहद खराब है। वर्षा के बाद तो गड्ढे बन गए हैं। सबसे अधिक दिक्कत दोपहिया वाहन चालकों को हो रही है। अंधेरे में गड्ढे दिखाई नहीं देते और चालक गिरकर चोटिल हो जाते हैं। चौपहिया वाहनों में गड्ढों और जर्जर सड़क की वजह से नुकसान होने लगा है। इसलिए अब इस मार्ग से आवागमन करना खतरे से खाली नहीं रहा है। मिर्जापुर से लेकर तिगांव तक तो ऐसा लग रहा है कि दो दशक से सड़क की मरम्मत नहीं हुई है। सड़क की ऊपरी परत गायब हो गई है। इस मार्ग से तिगांव सहित आसपास के करीब 30 गांव के लोग आवागमन करते हैं। अंधेरे की वजह से खतरा और बढ़ गया है। लोक निर्माण विभाग इस विभाग को चार लेन करने के इंतजार में बैठा है। इसलिए इसकी मरम्मत भी नहीं की जा रही है। मंझावली पुल का हो रहा निर्माण
यमुना नदी पर मंझावली में पुल निर्माण का काम चल रहा है। अगले साल फरवरी तक काम पूरा होने की उम्मीद है। इस पुल के शुरू होने के बाद बल्लभगढ़-तिगांव मार्ग पर वाहनों का और अधिक दबाव होगा। बड़े वाहन भी यहां से ग्रेटर नोएडा की ओर जाएंगे। इससे न केवल जाम लगेगा बल्कि हादसे होने की आशंका बढ़ जाएगी। तिगांव निवासी धर्मप्रकाश नागर, बिजेंद्र दत्त कौशिक ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए इस मार्ग की तुरंत मरम्मत होनी चाहिए। बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सड़कों का दुरुस्त होना बेहद जरूरी है। बल्लभगढ़-तिगांव चार लेन बनाने का काम जल्द शुरू हो, इसलिए विधानसभा में प्रश्न पूछा गया था। उपमुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि वह स्वयं इस मामले में संज्ञान लें। पूरी उम्मीद है कि जल्द काम शुरू होगा। इसके बाद हजारों वाहन चालकों को राहत मिल जाएगी।