Faridabad/AtulyaLoktantra : शहर भर में ठण्ड ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। वीरवार सुबह कोहरे ने पूरे शहर को ढक लिया। दूर- दूर तक कोई गाड़ी नहीं दिख रही थी। ऐसे में गाड़ियों में रिफ्लेक्टर का ना होना दुर्घटना को दावत देने के बराबर है। शहर भर में बहुत कम ही गाड़ियों पर रिफ्लेक्टर नजर आए।
क्या होता है रिफ्लेक्टर
रिफ्लेक्टर को हिंदी में परावर्तक कहते है। यह प्लास्टिक रेडियम की पट्टी होती है जो प्रकाश को परिवर्तित करने का काम करती है। कोहरे के समय यह दूर से ही चमकती है। जिससे पीछे से आने वाले वाहन चालकों को नजर आ जाती है। यह कोहरे के समय दो वाहनों के बीच दूरी बनाए रखने में सहायक होती है, जिससे दुर्घटना होने की सम्भावना कम हो जाती है। सार्वजनिक वाहनों पर ये रिफ्लेक्टर अथॉरिटी की तरफ से ही लगे आते है, अगर नहीं लगे होते तो उन वाहनों को आरटीओ के द्वारा पास नहीं किया जाता। निजी वाहनों पर वाहन चालक अपनी इच्छा से लगवा भी सकते है और नहीं भी।
क्या कहना है पुलिस का
ट्रैफिक एएसआई ने बताया कि सरकार निचले तबके के लोगों तक रिफ्लेक्टर पहुंचाने के लिए अभियान चलाती है। शहर की कुछ प्रतिष्ठित कम्पनियाँ उनकी मदत करती है। शहर की एनजीओ भी लोगों तक रिफ्लेक्टर पहुँचती है।
कोहरे से होने वाली मौतें
हर वर्ष कोहरे से सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौत होती है। आए दिन कोहरे से गाड़ियों के आपस में टकराने की खबरें आती है।