जिले के सबसे बड़े सरकारी बीके अस्पताल में शुक्रवार से 200 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया। इससे अब 24 घंटे मरीजों को ऑक्सीजन मिलेगी। इसके अलावा डीआरडीओ के सहयोग से 1000 लीटर की क्षमता वाला आक्सीजन प्लांट और लगाने की तैयारी है। इस पर जल्द काम शुरू हो जाएगा। इसके फाउंडेशन की तैयारी एनएचएआई को सौंपी गई है।
नया प्लांट बीके और बल्लभगढ़ उपस्वास्थ्य केंद्र में लगाया जाएगा। एचएलएल इंफाटेक सर्विसेज द्वारा इस प्लांट को लगाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर एंबुलेंस की कमी को देखते पुलिस विभाग ने अपनी दस इनोवा गाड़ी स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए सौंप दिया है। इन गाड़ियों में सामान्य मरीजों को लाने ले जाने का काम किया जाएगा।
बीके सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए यहां पर ऑक्सीजन प्लांट तैयार कर शुक्रवार से उसे शुरू कर दिया गया। इससे 200 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन पैदा हो सकेगी। दो दिन से यह प्लांट टेस्टिंग पर चल रहा था। प्लांट शुरू करने के लिए जरूरी सर्टिफिकेट मिलने के बाद इसे शुरू कर दिया गया और अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी गई है। इससे यहां भर्ती 40 मरीजों को 24 घंटे आक्सीजन मिलती रहेगी।
सीएमओ डॉ. रणदीप सिंह पूनिया ने बताया कि यहां पर एक और ऑक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी मिली है। एचएलएल इंफाटेक सर्विसेज की ओर से 1000 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन पैदा करने की क्षमता वाला प्लांट लगाया जाएगा। फाउंडेशन आदि तैयार करने का काम एनएचएआई को करना है।
इसके अलावा सब डिवीजन हेल्थ सेंटर बल्लभगढ़ में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। इसकी क्षमता 200 लीटर प्रति मिनट की होगी। इन प्लांट्स के लगने से सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी काफी हद तक दूर हो जाएगी और मरीजों को 24 घंटे ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की जा सकेगी।
हेल्थ विभाग को पुलिस ने दीं दस गाड़ियां
कोरोना महामारी के दौर में जिले में एंबुलेंस का भी संकट पैदा हो गया है। प्राइवेट एंबुलेंस चालक मनमाना चार्ज वसूल रहे हैं। डीसी यशपाल यादव के अनुसार फरीदाबाद में एम्बुलेंस की कमी को देखते हुए पुलिस विभाग ने 10 नई इनोवा गाड़ी उपलब्ध कराई है। इनसे मरीजों को घर से हॉस्पिटल और हॉस्पिटल से घर निशुल्क लाने ले जाने की सुविधा मिलेगी। इन गाड़ियों में 20 पुलिसकर्मी बतौर ड्राइवर नियुक्त किए गए हैं। गाड़ियां सीएमओ की सुपरविजन में चलाई जाएंगी।
आक्सीजन व वेंटिलेटर की नहीं है सुविधा|इन गाड़ियों में एंबुलेंस की तरह ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। लेकिन जो व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं है और जिन्हें हॉस्पिटल में बेड अलॉट हो चुका है या जिन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी मिल चुकी हो उनके लिए यह गाड़ियां मददगार होंगी। क्योंकि इसमें उन्हें निशुल्क अस्पताल या घर ले जाया जा सकेगा। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए नागरिक एंबुलेंस हेल्पलाइन नंबर 108 पर फोन कर किया जा सकता है।
24 घंटे में 8 की मौत, 1587 नए केस आए| शुक्रवार को 24 घंटे में 1587 नए संक्रमित सामने आए। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान 8 मरीजों की जान भी चली गई। राहत की बात यह है कि इस दौरान 1703 मरीज ठीक होकर अपने घर पहुंच गए।
एक्टिव केसों की संख्या पहुंची 14224 पर| सरकारी आंकड़ों पर नजर डालें तो एक्टिव केसों का आंकड़ा 14224 पहुंच गया। अब जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 84393 तक पहुंच गया। सीएमओ डा. रणदीप सिंह पूनिया ने बताया कि अभी तक 69611 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। इस समय 1859 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। जबकि 12365 लोग होम आइसोलेशन में हैं।