यादवेंद्र सिंह ने विनय प्रभाकर सहस्रबुद्धे जी राज्यसभा सांसद के नेतृत्व में एक ज्ञापन भी सौंपा
शहीद ए आजम भगत सिंह के पौत्र एवं शहीद भगत सिंह बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार यादवेंद्र सिंह ने नववर्ष की शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय में जहां वाईस चांसलर लॉन्च मैं शहीदे आजम भगत सिंह जी को बंदी बनाकर रखा गया था उस पवित्र स्थान पर माथा टेक कर की। सरदार यादवेंद्र सिंह ने आदरणीय विनय प्रभाकर सहस्रबुद्धे जी राज्यसभा सांसद के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर योगेश सिंह जी को शहीद भगत सिंह ब्रिगेड की तरफ से एक ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई कि इस पवित्र स्थान पर शहीदे आजम भगत सिंह जी की मूर्ति लगाई जाए जिसे हर्ष के साथ वाइस चांसलर योगेश सिंह जी ने स्वीकार किया। वाईस चासंलर साहब ने कहा वहां शीध्र ही मूर्ति लगाई जायेगी। वाईस चांसलर योगेश सिंह जी ने कहा कि शहीद ए आजम भगत सिंह जी ने देश को गुलामी की जजीरों से आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और हंसते हंसते उन्होनें फांसी के फन्दे को चूम लिया जिसके लिए पूरा देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा। श्री सिंह ने कहा कि चांसलर लॉन्च में मूर्ति स्थापित होने पर यहां पढऩे वाले युवाओं को इस पवित्र स्थान के इतिहास के बारे में पता चलेगा। इस मौके पर राज्यसभा सांसद आदरणीय विनय प्रभाकर सहस्रबुद्धे जी ने कहा कि देश के युवाओं को शहीद ए आजम से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके विचारों से दोस्ती करनी चाहिए। उन्होनें कहा कि शहीद भगत सिंह की कुर्बानी को पूरा देश कभी भुला नहीं सकता। आज जो हम खुली हवा में सांस ले रहे है वो उन शहीदों की देन है। इस अवसर पर यादवेंन्द्र सिंह सन्धू ने शहीद भगत सिंह बिग्रेड की तरफ से वाईस चांसलर योगेश सिंह जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे शहीद भगत सिंह के अकेले वारिस नहीं है ब्लकि सारा देश ही उनका परिवार है। उन्होनें युवाओं से आह्रवान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में शहीद भगत सिंह बिग्रेड से जुडक़र राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का काम करें।
इस मौके पर प्रोफेसर बलराम पाणी जी,डीन ऑफ कॉलेजेज,प्रोफेसर श्रीप्रकाश सिंह जी,निर्देशक साउथ कैम्पस,प्रोफेसर पायल मग्गो जी,निर्देशक स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग,प्रोफेसर पंकज अरोड़ा जी,डीन छात्र कल्याण, श्री अनुप जी,पी.आर.ओ,डां विकास गुप्ता जी,कुलसचिव दिल्ली विश्वविद्यालय इत्यादि कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।