फरीदाबाद – 04 जनवरी। उद्योगपतियों, कर्मचारियों और सरकारी अधिकारियों की त्रिपक्षीय समिति हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी काउंसिल की वार्षिक आम सभा में काउंसिल के महासचिव श्री अशोक कुमार ने कहा कि फरीदाबाद के उद्योगपतियों द्वारा कोरोना काल में मजदूरों के साथ मालिक और नौकर के रिश्ते से ऊपर उठकर जो मानवता का व्यवहार किया और किसी भी मजदूर को सड़कों पर भटकने के लिए मजबूर नहीं होने दिया यह मानवता के लिए एक मिसाल है। वे काउंसिल के प्रतिनिधियों की सभा को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के उद्योगपतियों, कर्मचारियों और सरकारी अधिकारियों का आपसी समन्वय अच्छा होने के कारण ही फरीदाबाद को कोरोना से निपटने में पूरे भारतवर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त किया है । उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के सी लखानी के प्रति कृतज्ञता जताई कि उनके जैसे वरिष्ठ उद्योगपतियों ने फरीदाबाद को ना सिर्फ उद्योग नगरी का दर्जा दिलाया बल्कि अपने कार्यों और व्यवहार से अच्छे उद्योगों को पनपने का मौका दिया।
सेक्टर – 21 सी स्थित होटल पार्क प्लाजा के कन्वेंशन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में काउंसिल के अध्यक्ष एच एल भूटानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस त्रिपक्षीय काउंसिल का गठन सन 1959 में किया गया था और तभी से काउंसिल उद्योग में कार्यरत कर्मियों, अधिकारियों और प्रबंधन के लिए निरंतर ट्रेनिंग, सपोर्ट और कंसलटेंट का कार्य करके उद्योगों के विकास के प्रति पूर्ण समर्पित है और देश की अर्थव्यवस्था को बल दे रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी काउंसिल ने उद्योग और कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु दर्जनों कार्यक्रम आयोजित कराए ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फरीदाबाद के वरिष्ठ उद्योगपति केसी लखानी ने काउंसिल के कार्यों की सराहना की और उन्होंने कहा कि देश को और उद्योगों को स्किल्ड वर्कर की बहुत जरूरत है अतः काउंसिल अपने कार्यक्रमों के कैलेंडर में स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रमों को भी शामिल करें जिससे देश और उद्योगों को स्किल्ड वर्कर मिल सके।
कार्यक्रम का संचालन काउंसिल के संरक्षक जेपी मल्होत्रा ने किया उन्होंने काउंसिल को सक्रिय बनाए रखने के लिए फरीदाबाद के सभी उद्योगपतियों का धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम में काउंसिल के वित्त सचिव श्री ए एन शर्मा ,कार्यकारी निदेशक आर सी कटोच,उपाध्यक्ष वजीर सिंह डागर आदि ने भी विचार रखे।कार्यक्रम के अंत में वर्ष 2022-23 हेतु कार्यकारी समिति का गठन किया गया जिसमें आर सी नारंग एवं जेपी मल्होत्रा को संरक्षक एच एल भूटानी अध्यक्ष, संजय वधावन एवं वजीर सिंह डागर उपाध्यक्ष, अशोक कुमार महासचिव, ए एन शर्मा वित्त सचिव, आर सी कटोच को कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया।