स्कूलों से ही जीवन की शिक्षा शुरू होती है, इसलिए स्कूलों में जाकर साईबर सुरक्षा की जानकारी देना आवश्यक
फरीदाबाद पुलिस की ओर से गृह मंत्रालय, भारत सरकार व पुलिस महानिदेशक, हरियाणा पुलिस के निर्देश के सम्मान में हर माह के प्रथम बुधवार को साईबर सुरक्षा के प्रति आमजनों को जागरूक करते हुए प्रेरित करने का संकल्प लिया गया है।
इसी के उपलक्ष में आज साइबर अपराध थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत, साइबर एक्सपर्ट बाबूराम, पुलिस प्रवक्ता ने राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय ओल्ड फरीदाबाद पहुंच कर वहां पर मौजूद अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को साइबर अपराध के बारे में बताया गया और इससे कैसे बचा जाए इस बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान प्रधानाचार्य श्री महेंद्र, गणित के अध्यापक श्री पवन गुप्ता, भौतिक विज्ञान के अध्यापक संदीप चौहान, अंग्रेजी की प्रवक्ता मनुस्मृति और सेवानिवृत्त श्री नरेश जी मौजूद रहे।
प्रायः देखने में आता है कि हर आयु वर्ग के लोग इंटरनेट का उपयोग करते समय अपने हित की साईबर सुरक्षा में चूक जाते हैं। जिसके कारण साईबर अपराध किसी-न-किसी रूप में उपयोगकर्त्ता को अपना शिकार बना लेता है। जिसके तहत पुलिस स्कूल, कॉलेज, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, निजी संस्था, कंपनियों में जाकर साइबर अपराध के संबंध में जानकारी दे रही है। उन्होंने बताया कि स्कूलों से ही जीवन की शिक्षा शुरू होती है, इसलिए स्कूलों में जाकर साईबर सुरक्षा की जानकारी देना आवश्यक है।
साइबर अपराध थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत ने बताया कि विद्यार्थियों को निम्नलिखित साइबर अपराधों के बारे में जागरूक किया गया है।
ओएलएक्स पर सामान खरीदने व बेचने के लिए विज्ञापन किया जाता है व लोगों से धोखाधड़ी की जाती है। नौकरी दिलाने के लिए ऑन-लाईन रजिस्ट्रेशन व प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं। साईबर ठगों द्वारा रिश्तेदार या परिचित व्यक्ति बनकर सोशल मीडिया कॉल व मैसेज द्वारा विपत्ति बताकर ऑनलाईन पैसे भेजने को कहा जाता है। ऑन-लाईन लोन देने या दिलवाने के नाम पर लोगों से पैसे ठगे जाते हैं। ई-केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगों द्वारा निजी जानकारी हासिल कर ली जाती है और ठगी की जाती है। ईन्श्योरेन्स पॉलिसी बेचने के नाम पर व सरेन्डर कराने के नाम पर भी पैसे की ठगी की जाती है। क्रेडिट कार्ड पर रिवार्ड प्वाईन्ट देने के नाम पर साईबर ठग लोगों से संपर्क कर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। बैंक कर्मचारी बनकर खाताधारकों का केवाईसी अप-टू-डेट करने के लिए फोन पर बैंक खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी उपलब्ध कराने के लिए ठग ऑनलाईन संपर्क करते हैं।
सिम कार्ड अपडेट करने के नाम पर, आधार कार्ड को बैंक खाते से जोड़ने के नाम पर, क्रिप्टोकरेंसी बेचने के नाम पर, डि-मैट अकाउंट पर ट्रेडिंग करने के नाम पर, हवाई टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर, कौन बनेगा करोड़पति में अवसर प्राप्त होने के नाम पर, फेसबुक पर फर्जी एकाउन्ट बनाकर उसके दोस्तो वा रिश्तेदारों से पैसे मांगने बारे, फेसबुक पर लडकी के नाम से अनुरोध भेजकर जाल में फंसाकर पैसे मांगने बारे, डेबिट कार्ड क्लोन बनाकर ठगी, मोबाईल टावर लगवाने के नाम पर, जरूरत की वस्तुओ को फर्जी साईट बनाकर बेचने के नाम पर, मैजिक पेन का इस्तेमाल कर चेक से धोखाधड़ी, सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के नाम पर, मेल आई.डी हैक करके उसका डाटा चोरी करके ब्लैकमेल करने बारे, सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीर लगाकर फर्जी आई.डी बनाकर ब्लैकमेल वा तंग करने बारे, शादी डॉट कॉम, जीवनसाथी डॉट कॉम जैसी साईटो का प्रयोग करके लडकियों वा महिलाओं को शादी का झांसा देकर पैसे ठगने बारे, विदेश से पार्सल आने पर कस्टम डयुटी के नाम पर साईबर ठगी द्वारा लोगों को अपना शिकार बनाया जाता है।