Faridabad/Atulya Loktantra : बिजली निगम की आवासीय कॉलोनियों में रह रहे कर्मचारियों के लिये अब यह कॉलोनियाँ काल साबित हो रही हैं । क्योंकि काफी पुरानी व जर्जर हालत में हो चुकी इन कॉलोनियों की स्तिथि इतनी विडंबनिय है । कि इस ओर बिजली निगम के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान आकर्षित नही होता । दीवारों से मसाला झड़ना व छतों का गिरना अब आम वाक्या हो चुका है । जिसके सन्दर्भ में एचएसईबी वर्कर यूनियन ने कई बार बिजली निगम के अधिकारियों को ऐसी परिस्तिथियों से रूबरू कराया है । लेकिन अधिकारी हैं कि एक कान से सुन कर दूसरे कान से अनसुनी कर देते हैं ।
पिछले कुछ महीने पहले भी इन हालातों पर प्रकाश डाला गया था । लेकिन कोई समाधान नही हुआ । जिसमे ए-5 सीही बल्लभगढ़ की कॉलोनी में रहने वाले बिजली निगम के सीए देवेंदर शर्मा के कमरे की छत का एक हिस्सा टूट कर भरभराकर नीचे गिरा । गनीमत यह रही कि उनका बेटा इस घटना में चोटिल होते बाल-बाल बचा । जिसके बाद मजबूरन उन्होंने निगम की इस कॉलोनी को छोड़ किराये के मकान में रहना सुरक्षित समझा ।
इसी घटनाक्रम के दौरान पल्ला पावर हाउस व सेक्टर-23 की आवासीय कॉलोनियों में भी लेन्टर टूट कर गिरने की घटनाएं होती रही । लेकिन फिर भी बिजली निगम आँखें मूंदे मूकदर्शक बैठा रहा और इसी मूकदर्शकता का ताजा तरीन नतीजा है । कि आज सुबह लगभग साढ़े सात बजे सेक्टर-18 की ए-4 कर्मचारी कॉलोनी जिसमे मकान नंबर बी-4 के छत का एक हिस्सा एकाएक भरभराकर गिर गया । लेकिन गनीमत यह रही कि बिजली कर्मचारी जयभगवान लाइनमैन व उसका परिवार दूसरे कमरे में मौजूद रह लॉक डाउन का पालन करते हुए टीवी देखने में मशगूल थे । इससे यह सिद्ध होता है । कि जाको राखे सांइया मार सके ना कोय ।
शुक्र है इस लेन्टर के गिरने से परिवार का कोई सदस्य हताहत नही हुआ । इसी मकान का कुछ समय पहले भी लेन्टर टूट कर श्रमिक की घरवाली के हाथ पर गिरने से वह चोटिल हुई थी । जिसके उपरान्त भी बिजली निगम को इन्ही सभी घटनाओं से अवगत कराया गया । लेकिन बिजली निगम अधिकारियों के वही रटे रटाये अलाप कि सेंक्शन व हमे पावर नही है या आप खाली कर दो । तो क्या बिजली कर्मचारी अपनी सेलरी में से हाउस रेन्ट कटवा कर निगम को अपने मरने के लिये दे रहा है । जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जायेगा ।
इस बाबत कर्मचारियों ने अपने सर्कल सचिव सन्तराम लाम्बा को सूचित किया । जिसपर उन्होंने मामले की गम्भीरता को देखते हुए कहा कि अभी देश व समस्त प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन जारी है । लॉकडाउन खुल जाने के बाद इन अधिकारियों के कार्यालयों का घेराव कर इनकी बन्द आँखें खोलने का काम एचएसईबी वर्कर यूनियन करेगी । इससे किसी भी प्रकार की कोई अशांति स्थापित होती है । तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी बिजली निगम के ऐसे मूकदर्शक बैठे अधिकारियों की होगी ।