Faridabad/Atulya Loktantra : डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट यशपाल यादव ने थर्मल स्क्रीनिंग के बारे में नई गाइडलाइन जारी की हैं। इस गाइडलाइन का आशय है कि थर्मल स्क्रीनिंग के बावजूद आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता कि किसी को कोरोना संक्रमण नहीं होगा।
डीएम यशपाल यादव ने सोशल मीडिया में यह गाइडलाइन जारी की हैं। डीएम ने कहा कि थर्मल स्क्रीनिंग केवल तापमान बताती है। इसमें अगर किसी के शरीर का तापमान अधिक या कम है या बुखार है, तो यह उसे मापती है। जिनका तापमान सामान्य है, उन्हें प्रवेश दिया जाता है। यानि अगर कोई एसिम्प्टोमेटिक (गैर लाक्षणिक) है, जिसमें कोई लक्षण नहीं हैं, तो उनका तापमान भी सामान्य आएगा। डीएम ने कहा कि इसलिए स्क्रीनिंग के बावजूद लोगों को पूरी तरह सावधानी रखनी है। ये मानकर नहीं चलें कि आपको बगल वाले व्यक्ति से संक्रमण नहीं हो सकता है। सभी के साथ सोशल डिस्टैंसिंग बरकरार रखनी है और मॉस्क पहनना है।
वायरस कितने दिन रहता है
डीएम यादव ने कहा कि अगर कोई एसिम्प्टोमेटिक है और उसमें कोई लक्षण नहीं है, तो यह मानकर चलते हैं कि 14 दिन में अगर संक्रमित को कोई भी लक्षण नहीं आए, तो उसका शरीर वायरस से लड़ने में कामयाम हो गया। उन्होंने कहा कि अगर वह जांच में फिर भी पॉजिटिव निकलता है, तो भी 2-3 हफ्ते के बाद उसमें दूसरे को संक्रमित करने की क्षमता नहीं होती है।
एहतियात बरतें
उल्लेखनीय है कि अब जिले में तीव्र गति से संक्रमण बढ़ रहा है। लॉकडाउन में ढील के बाद कुछ लोग स्वच्छंद व्यवहार करने लगे हैं। शहर में सोशल डिस्टैंसिंग बहुत कम देखने को मिल रही है। बाजार भी खुल गए हैं। लोग सामान खरीदने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। कई बाजरों में भीड़ भी बढ़ जाती है। सामान से ज्यादा जरूरी आपकी जान है। इसलिए पूरी एहतियात बरतें। सब्जियों को गर्म पानी से धोएं। अन्य पैक्ड आयटम और वस्तुओं को हाइपो से धो सकते हैं। ध्यान रखें कि हाइपो शरीर में किसी तरह प्रवेश न कर पाए। हाइपो को डॉक्टर या रसायन विशेषज्ञ से सलाह लेकर और पानी में विलयित करके ही इस्तेमाल करें। हाथों को अल्कोहल आधारित सेनेटाइजर से बार-बार धोते रहें।