Faridabad/AtulyaLoktantra : फरीदाबाद को वैसे तो सबसे प्रदूषित शहरों में से एक माना जाता है, लेकिन दीपावली के मौके पर फरीदाबाद का एयर इंडेक्स और भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली एनसीआर में फरीदाबाद के अगर पीएम 2.5 की अगर बात करें तो इस वक्त 337 पर रहा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखों की बिक्री पर बैन और एनजीटी की सख्ती के बाद कुछ राहत जरूर मिलती दिखाई दी। यही पीएम 2.5 – 27 अक्टूबर 2018 को सबसे खतरनाक स्तर 404 तक पहुंच गया था। लेकिन इस बार वह 337 पर रहा।
अगर स्वास्थ्य पर इसके असर की बात करें तो पीएम 2.5 – 200 से ऊपर जाने पर लोगों को स्वास्थ्य पर इसका सीधा असर देखने को मिलता है। सांस और दमा जैसी बीमारियों में इजाफा होना स्वाभाविक है। वही बढ़ते प्रदूषण को लेकर जब डॉक्टर पूछा गया तो यह कितना खतरनाक होता है तो उन्होंने बताया कि यह लोगों के स्वास्थ्य सांस के लिए हानिकारक है.
एयर पोलूशन छोटे बच्चों और बूढ़ों के लिए ठीक नहीं है क्योंकि छोटे बच्चों को जॉन्डिस जैसी बीमारी और सांप जैसी बीमारियां होने लगती है जिन बुजुर्गों को सांस की बीमारी होती है उनके लिए एयर पोलूशन ठीक नहीं होता उनकी सांस की बीमारी और बढ़ने लग जाती है इसलिए लोगों को जागरूक होना चाहिए और कम से कम पोलूशन फैलाना चाहिए