फरीदाबाद: कोराना संक्रमितों की लगातार हो रही मौतों का एक कारण जहां कोरोना संक्रमण का भयावह रूप है, वहीं इसका एक कारण लोगों का इस बीमारी के कारण ज्यादा पेनिक होना भी है जिसके कारण भी लोग मौत की गोद में समा रहे हैं। कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मिर्यो के इसी पेनिक को खत्म करने का बीड़ा उठाया है अब डीसीपी एनआईटी डॉ.अंशु सिंगला ने जोकि स्वयं हाल ही में कोरोना संक्रमण के जाल से बाहर निकली हैं।
डॉ. अंशु सिंगला ने कोरोना संक्रमित होने के बाद भी अपना हौंसला नहीं छोड़ा जिसका परिणाम यह निकला कि वो कोरोना को मात देकर अपनी ड्यूटी पर वापिस भी आ चुकी है। कोरोना संक्रमित होने पर डॉ. अंशु सिंगला ने अपने आपको होम आईसोलेट करने के दौरान उन्होंने किस प्रकार कोरोना को मात दी, ये अनुभव वो अब फरीदाबाद जिले के उन पुलिसकर्मिर्यो के साथ सांझा कर उनकी हौंसलाअफजाई करेंगी जो कोरोना होने के बाद घर पर होम आईसोलेट हैं या अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
इसके लिए डॉ. अंशु सिंगला एकाध दिन में जूम पर मेडिटेशन के तौर पर ऑनलाईन योगा क्लॉस शुरू करवाने जा रही हैं। इसमें इनका साथ योगा की एक प्रोफेशनल महिला ट्रेनर देंगी जोकि कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों को कोरोना के दौरान ऑनलाईन ही जूम पर योगा कराकर उनके मन में से कोरोना का डर निकालने का काम करेंगी। सामाजिक कार्य होने के नाते ये प्रोफेशनल महिला ट्रेनर नि:शुल्क ही योगा की ट्रेनिंग देंगी। डॉ. सिंगला के मुताबिक इस मेडिटेशन क्लॉस से कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों की रिकवरी में काफी फर्क पड़ेगा।