Chandigarh/Atulya Loktantra News: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि पीजीआईएमएस रोहतक में शीघ्र ही एक ‘पोस्ट कोविड केयर एंड रिसर्च सैंटर’ स्थापित किया जाएगा ताकि कोरोना से ठीक हुए मरीजों के सामने आने वाली दिक्कतों दूर किया जा सके। उधर, स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग के आला अफसरों को रोजाना कम से कम 30 हजार मरीजों के टेस्ट करने का भी लक्ष्य दिया। उन्होंने कहा कि इस महामारी पर और ज्यादा गंभीरता दिखाने की जरूरत है। इसलिए टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाया जाएगा।
विज ने इस संबंध में आयोजित वर्चुअल मीटिंग में पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति ओपी कालरा को शीघ्र ही प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। इस सैंटर में कोरोना से प्रभावित लोगों का न केवल उपचार किया जाएगा, बल्कि इससे ठीक होने बाद उन्हें जिन परेशानियों से गुजरना पड़ता है उन पर भी अनुसंधान किया जायेगा। इसके लिए सभी जिलों के सिविल सर्जन को सैम्पलिंग बढ़ाने को कहा गया है। इसके लिए जिलों तथा शहरों में कोरोना जांच शिविर लगाने के भी निर्देश दिए ताकि इस पर शीघ्र नियंत्रण पाया जा सके।
विज ने कहा कि सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई ऐप को भी डाउनलोड करने के लिए सिविल सर्जन प्रचार करें, जिससे मरीजों को उनके घर से अस्पतालों में बैड के उपलब्ध होने की जानकारी प्राप्त हो सके। इसके अलावा, विभिन्न जिलों में कोरोना की रेटिंग के आधार पर सिविल सर्जन निजी अस्पतालों में बैड की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना मरीजों के लिए 100 बिस्तरों को आरक्षित करने को कहा ताकि मरीजों की संख्या बढ़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। इसके साथ ही पुलिस विभाग को बिना मास्क पहने हुए लोगों के साथ सख्ती बरतने तथा स्थानीय शहरी निकाय विभाग को प्रत्येक दुकान की मास्क चैकिंग करने को भी कहा।
स्कूलों ने बरती लापरवाही तो खैर नहीं
स्वास्थ्य मंत्री ने स्कूलों में कुछ बच्चों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी स्कूलों में जाकर बच्चों तथा अन्य स्टॉफ की कोरोना जांच करे तथा जो भी स्कूल लापरवाही करता पाया जाए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही फ़ैक्टरियों में कोरोना के टेस्ट किए जाएं। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने इस संबंध प्रस्तुतिकरण दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए जो भी एसओपी बनाई गई है, उनका सख्ती से पालन करवाया जाए। इसके साथ ही पूरे स्वास्थ्य तंत्र को सतर्क रहने के भी निर्देश दिए। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम ने कहा कि पुलिस बाजारों में भी व्यक्तिगत दूरी बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि वे प्रदेश में बिना मास्क के घुमने वाले लोगों के साथ सख्ती की जाएगी। इसके साथ ही व्यक्तिगत दूरी बनाने की पालना करवाने के लिए निर्धारित संख्या से अधिक एक जगह एकत्र होने वाले लोगों व विवाह स्थलों पर भी कार्रवाई की जाएगी।