New Delhi/Atulya Loktantra : ईरान की ओर से इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक के कुछ घंटे बाद बुधवार को एक बोइंग प्लेन ईरान में क्रैश कर गया था. अब ईरान ने क्रैश को लेकर अपनी गलती स्वीकार कर ली है. ईरान का कहना है कि मानवीय भूल की वजह से उसने अपने ही विमान को मार गिराया. इससे पहले ईरान ने कहा था कि विमान में खराबी की वजह से हादसा हुआ.
इस विमान ने तेहरान से कीव के लिए उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही विमान गिर गया था. रॉयटर्स के मुताबिक, ईरान की मिलिट्री ने स्टेट टीवी को एक बयान जारी कर बताया है कि मानवीय भूल की वजह से उसने एयरक्राफ्ट को निशाना बनाया.
मिलिट्री का कहना है कि विमान ईरान की सेंसिटिव मिलिट्री साइट के पास उड़ रहा था. बयान में ये भी कहा गया है कि मिलिट्री का ज्यूडिशियल डिपार्टमेंट मामले की जांच करेगा और घटना की जवाबदेही तय की जाएगी. ईरानी मिलिट्री ने मृतक के परिवार वालों के लिए शोक जताया है.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एविएशन सेफ्टी एनालिस्ट टोड कर्टिस ने कहा था- ‘प्लेन बुरी तरह टुकड़ों में बंट गया था. इसका मतलब है कि या तो हवा में या जमीन पर विमान की भयंकर टक्कर हुई. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हवा में एयरक्राफ्ट की टक्कर किसी बाहरी चीज से नहीं हुई होगी.’
बोइंग विमान में 176 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई. यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के विमान में सवार यात्रियों में सबसे अधिक (82) ईरान के ही थे.
ईरान के 82 लोगों के साथ 63 कनाडाई, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफनागिस्तान के 4, जर्मनी के 3 और यूके के 3 लोग सवार थे.
ऐसा समझा जा रहा था कि अमेरिकी ठिकानों पर अटैक के बाद ईरान अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. उसे अमेरिका की ओर से हमला किए जाने का डर है. इसी डर की वजह से उसने गलती की और दुश्मन का विमान समझकर यात्री विमान को निशाना बना दिया.
बता दें कि अपने ही एयरक्राफ्ट को गिराने की घटना पहले भी हो चुकी है. बालाकोट में भारत की ओर से की गई स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारत में घुस आए थे. जवाबी कार्रवाई करने के दौरान भारतीय वायुसेना ने गलती से अपने ही एक हेलिकॉप्टर पर मिसाइल दाग दिया था. हेलिकॉप्टर क्रैश में भारतीय वायुसेना के कई अधिकारियों की मौत हो गई थी.
फ्लाइट रडार24 के मुताबिक, बुधवार को यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन की फ्लाइट ने सुबह 6.12 बजे ईरान की राजधानी तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए उड़ान भरी थी. इसके कुछ देर बाद ही विमान क्रैश हो गया.
शुरुआत में ईरान और यूक्रेन ने क्रैश के पीछे हमले की आशंका को आधिकारिक तौर से खारिज किया है. हादसे का शिकार हुआ विमान 4 साल से भी कम पुराना था और 2 दिन पहले ही इसकी सुरक्षा जांच की गई थी.