Chandigarh/Atulya Loktantra: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्धता लेने से पहले 136 राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों को चार अगल-अलग विभाग से प्रमाण पत्र लेने की आवश्यकता है। मॉडल संस्कृति स्कूलों द्वारा सीबीएसई में प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के पश्चात ही सीबीएसई सिलेबस की पढ़ाई होगी। गौरतलब हो कि प्रदेश के 22 जिलों में 23 राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल पहले से संचालित हैं। मनोहर सरकार ने प्रदेश के 113 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों का दर्जा बढ़ा कर उसे मॉडल संस्कृति का दर्जा दिया है। इन स्कूलों को अब सीबीएसई के अधीन लाया जाएगा।
पहले सीबीएसई की वेबसाइट पर जाकर विद्यालय का ऑनलाइन पंजीकरण कराएंगे। पंजीकरण से पहले ये चार प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से हासिल करने होंगे। स्कूल के इंचार्ज पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट से स्ट्रक्चर सेफ्टी, फायर सेफ्टी, हेल्थ से सेनेटरी कंडीशन और पब्लिक हेल्थ से सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता के बारे में प्रमाण पत्र लेंगे। प्रमाण पत्रों को प्राप्त करने में किसी तरह की परेशानी आने पर अपने जिले के डीसी की सहायता ले सकते हैं। विद्यालय शिक्षा निदेशालय से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि सीबीएसई से संबद्धता लेने से पहले ये चार प्रमाण पत्र हासिल करने में विद्यालय में कोई कमी है तो उसे जल्द पूरा करा लिया जाए।
इसके लिए इन 136 स्कूलों को एक-एक लाख रुपये दिया गया है। पत्र में यह भी कहा गया कि सीबीएसई से संबद्धता के लिए कोई शुल्क देना होगा तो इसी राशि में से करेंगे। पानीपत के डीईओ रमेश कुमार ने बताया कि सीबीएसई से इन राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों की संबद्धता को लेकर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व निदेशक 22 सितंबर को इन स्कूलों के प्रधानाचार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की सहायता से बैठक करेंगे।