Chandigarh/Atulya Loktantra: कांग्रेस सांसद व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘खेती बचाओ यात्रा’ हरियाणा में दो दिन चलेगी। छह अक्टूबर को पेहोवा से शुरू होकर यात्रा सात अक्टूबर को करनाल में संपन्न होगी। यात्रा को लेकर रविवार को नई दिल्ली के 15 गुरुद्वारा रकाबगंज मार्ग स्थित वार रूम में हरियाणा कांग्रेस की बैठक हुई।
प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं व विधायकों को यात्रा का पूरा कार्यक्रम बताया गया व इसे सफल बनाने की रणनीति तैयार की गई। बैठक में प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, कैप्टन अजय यादव, धर्मपाल मलिक, रघुबीर कादियान के अलावा सभी विधायक मौजूद रहे।
बंसल व सैलजा ने विधायकों व वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर यात्रा को लेकर उनके विचार भी जाने। साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज के राहुल को हरियाणा की सीमा में पंजाब से प्रवेश न करने देने वाले बयान पर भी विचार-विमर्श किया। बैठक के बाद प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि यह कृषि कानून किसानों के हितों के बिल्कुल विपरीत हैं। इसलिए राहुल गांधी किसानों के बीच आ रहे हैं।
यह सरकार संघीय ढांचे पर प्रहार कर रही है। भाजपा सरकार ने भरपूर प्रयास किया कि हाथरस मामले को दबाया जाए। इस मामले को लेकर सोमवार सुबह 10 बजे हरियाणा कांग्रेस जिला मुख्यालयों पर हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे बैठकर प्रदर्शन करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि राहुल ने इन काले कानूनों के खिलाफ पंजाब से ट्रैक्टर यात्रा शुरू की है। यह यात्रा किसानों की इस लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगी। छह और सात अक्तूबर को राहुल गांधी हरियाणा में दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। वह छह अक्तूबर को देवीगढ़ बॉर्डर से पंजाब से हरियाणा में प्रवेश करेंगे।
वहां से ट्रैक्टरों के साथ पेहोवा पहुंचकर लोगों को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह कुरुक्षेत्र जाएंगे और रात को कुरुक्षेत्र में ही रुकेंगे। सात अक्तूबर को पिपली मंडी से राहुल गांधी की यात्रा शुरू होगी। पिपली मंडी से वह नीलोखेड़ी जाएंगे और फिर करनाल पहुंचेंगे। करनाल में उनकी ‘खेती बचाओ यात्रा’ संपन्न होगी।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार के नए कृषि कानून किसानों के हित में नहीं हैं। इन्हीं काले कानूनों का विरोध करने के लिए राहुल गांधी हरियाणा आ रहे हैं। किसानों का साथ देने, उनकी आवाज उठाने का बीड़ा राहुल ने उठाया है। पूरा किसान वर्ग इन कानूनों को लेकर चिंतित है।