Faridabad/Atulya Loktantra : आज हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन की एक आवश्यक प्रदेश स्तरीय मीटिंग वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संपन्न हुई । जिसमें यूनियन के प्रान्तीय प्रधान बिजेन्दर बैनीवाल व प्रान्तीय महासचिव सुनील खटाना सहित हरियाणा प्रदेश की समस्त कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने भाग लिया। महासचिव सुनील खटाना ने इस मीटिंग के प्रमुख बिन्दुओं के बारे में बताया कि सर्वप्रथम पूरे विश्व में फैली कोरोना कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी से मारे गये लोगों के प्रति गहरा दुख व संवेदनाएँ प्रकट की । इसके साथ प्रदेश के सभी कर्मचारी साथियों का अभिनन्दन भी किया। जिन्होंने कोरोना महामारी के समय में निर्बाध सेवाएं देकर जो अपने कर्तव्य का निर्वहन किया । इसके साथ-साथ यूनियन प्रदेश के सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य के प्रति चिन्ता व्यक्त करती है । और विशेष तौर पर प्रदेश के भिन्न-भिन्न सब स्टेशनों (बिजली घरों) पर जो नए एसए (शिफ्ट अटेन्डेन्ट कर्मी) कार्यरत हैं। जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान लगभग 200 से 300 किलोमीटर का सफर तय करते हुए विभाग में नई जॉइनिंग के साथ ही अपनी जान को जोखिम में डालकर बिजली महकमे को जरूरी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। जिन्हें इतनी लम्बी दूरी तय करने और समय पर ड्यूटी पहुँचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जिसमे हालिया पिछले साल पलवल जिले में दो शिफ्ट अटेन्डेन्ट कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हुए थे । ऐसी ही अनेकों तरह की समस्याओं से इन कर्मियों को आयेदिन जूझते हुए रूबरू होना पड़ता है । इसके लिये बिजली निगम उन्हें तत्काल प्रभाव से आदेश जारी पारित कर इन्टर यूटिलिटी ट्रान्सफर ऑर्डर से उनके क्षेत्रीय जोन में भेजा जाये। ताकि वह निगम को समय पर उपस्तथि देकर ओर बेहतर तरीके से सेवाएं प्रदान कर सकें और कोरोना जैसी महामारी से अपना व अपने पूरे परिवार का बचाव कर उनका ख्याल रख सके ।
करोना जैसी भयंकर महामारी में कर्मचारी फेस मास्क की अनिवार्यता सहित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें । इसके साथ ही सभी सबडिवीजन कार्यालयों पर निगम दवारा सैनिटाइजेशन मशीन व सभी कर्मचारियों के लिए प्रदेश सरकार फेस मास्क और जो कर्मचारी फील्ड में काम कर रहे हैं उनके लिये पीपीई किट उपलब्ध करायें । जिस तरह लाकडाउन में छूट के बाद कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ती जा रही है । यह बेहद चिन्ता का विषय है । प्रदेश सरकार को इसे गम्भीरता से लेना होगा । साथ ही हम सभी को भी जागरूक रहकर भी कोरोना के साथ जीवन जीने की आदत डालनी होगी और सोशल डिस्टेंसिंग यानी शारीरिक दूरी का पालन कर देश की बिगड़ती हुई अर्थव्यवस्था की मजबूती में कर्मचारी रीढ़ की हड्डी का काम करता है । यदि प्रदेश से इसी तरह श्रमिकों का पलायन को रोका नही गया तो परिणाम भयंकर होने की स्तिथि में बनेंगे । इस पर सरकार को तुरन्त संज्ञान लेकर आने वाली विपदाओं पर अंकुश लगाने का काम करना होगा ।