Faridabad/Atulya Loktantra : लॉकडाऊन में थोड़ी ढील मिलने के बाद मानों लोगों के मन से कोरोना का भय ही खत्म हो गया हो। एक तरफ तो कोरोना केस कम होने का नाम नहीं ले रहे वहीं दूसरी तरफ लोगों की ऐसी लापरवाही समझ से परे है। जहां देखो वहीं लॉकडाऊन के नियमों को तार तार किया जा रहा है। हालांकि यह भी सच है कि कोरोना के चलते लॉकडाऊन ने आमजन जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। कईयों के रोजगार चले गए तो कई भूखे मरने की स्थिति में पहुंच गए। हजारों की संख्या में इकठ्ठा होकर अपने घर जाने वालों की तो गिनती ही नहीं है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग की बात करना बेईमानी हो जाती है।
ऐसा ही एक नजारा सोमवार की सुबह डबुआ कालोनी में बैंक ऑफ बडौदरा के बाहर दिखाई दिया। रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को जब बैंक खुला तो लोग वहां उमड़ पड़े। बैंक के बाहर लाईन लग गई और सभी अपने काम करवाने के लिए बैंक में घुसने लगे। इस दौरान किसी ने भी सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं की। कई घंटे तक बैंक के बाहर यही स्थिति बनी रही। वहां ना तो पुलिस पहुंची और ना ही लोगों ने खुद से इन नियमों का पालन करना बेहतर समझा। हालांकि अब यह भी कहा जाने लगा है कि कोरोना के साथ ही हमें जीने की आदत डालनी होगी। लेकिन इसके लिए लोगों को खुद ही जागरूक भी होना होगा व खुद का बचाव भी खुद ही करना होगा। पंरतु इस बैंक के बाहर ना तो लोगों में जागरूकता दिखी और ना ही उनमें खुद के बचाव का कोई जज्बा था।