Faridabad/Atulya Loktantra : दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा उपभोक्ताओं को गलत बिल भेजने के मामले थम नहीं रहे हैं। इस माह भी विभाग ने काफी संख्या में उपभोक्ताओं को गलत बिल भेजे हैं। इनमें से एक गलत बिल ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एडोर सोसाइटी का भी है। यह बिल करीब नौ करोड़ 92 लाख 59 हजार 871 रुपये का है। अंतिम तिथि के बाद सोसाइटी प्रबंधकों 10 करोड़ 7 लाख रुपये से ज्यादा बिल भरना होगा। अब से पहले सोसाइटी का आमतौर पर करीब चार लाख रुपये बिल आता रहा है।
ग्रेटर फरीदाबाद स्थित सेक्टर-86 में एडोर रियलटेक प्राइवेट लिमिटेड की सोसाइटी है। इस सोसाइटी में करीब 800 फ्लैट हैं। इनमें से 550 फ्लैट में परिवार रह रहे हैं और बाकी फ्लैट खाली पड़े हैं। 10 जून को सोसाइटी प्रबंधन को ईमेल के जरिये बिजली बिल प्राप्त हुआ। बिल में 9 करोड़ 92 लाख रुपये की राशि देखकर प्रबंधकों के पैरों तले जमीन खिसक गई। सोसाइटी की ओर से जितेश गुप्ता ने बताया कि इस मामले की शिकायत ईमेल के जरिये बिजली निगम से कर दी गई है। शिकायत करने के बावजूद अभी तक बिल ठीक नहीं हुआ है। ग्रेटर फरीदाबाद मंडल के कार्यकारी अभियंता कुलदीप मोर ने बताया कि जल्द ही बिल ठीक कर दिया जाएगा, कई बार गलत बिल बन जाते हैं।
पहले भी आए हैं गलत बिल
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा पहली बार बिजली बिल गलत नहीं भेजा गया है। इससे पहले भी गलत बिल भेजे जाते रहे हैं। घरेलू उपभोक्ताओं को एक से दो करोड़ रुपये के बिल मिल चुके हैं। वहीं उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम की बैठक में हर माह गलत बिजली बिल की सबसे ज्यादा शिकायतें होती हैं।
आसानी से सुधार नहीं होता
गलत बिजली बिल को ठीक करवाना भी अब आसान नहीं है। पहले अमूमन एसडीओ दफ्तर में शिकायत देने पर ही बिल ठीक हो जाते थे। मगर, अब बिजली बिल हिसार से ठीक होते हैं। अधिकांश उपभोक्ताओं को हिसार से बिल ठीक होने के नियम की जानकारी नहीं है। ऐसे में वे बिजली दफ्तरों के चक्कर लगाते रहते हैं