New Delhi/Atulya Loktantra : कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच मंगलवार को स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो रहा है. ऐसे में स्पेशल पैंसेजर ट्रेनों के द्वारा सफर करने वालों को सबसे बड़ी परीक्षा रेलवे स्टेशनों पर होगी. यात्री जिस स्टेशन से सफर शुरू करेंगे वहां तो स्क्रीनिंग से होकर गुजरना होगा, लेकिन गंतव्य पर पहुंचने पर असल परीक्षा का सामना करना होगा. उन्हें अपने-अपने राज्यों के मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. ऐसे में उन्हें क्वारेनटीन सेंटर में रहना पड़ सकता है.
हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी
रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर साफतौर पर कहा है कि इन ट्रेनों के गंतव्य पर पहुंचने के बाद यात्रियों को संबंधित राज्यों के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. मंत्रालय ने ट्वीट कर, यात्रा करने वालों को सलाह दी है कि ऐसे सभी पैसेंजर गंतव्य राज्यों के नियमों को जान लें. हालांकि, राज्य सरकारों ने अभी तक स्पेशल ट्रेनों से पहुंचने वालों को लिए किसी तरह की कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है.
गौरतलब है कि देश के अलग-अलग राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर लौटने वाले मजदूरों को की भी हेल्थ जांच के बाद ही ट्रेन में चढ़ने की इजाजत है. इसके अलावा बिहार में पहुंचते हैं तो वहां से उन्हें राज्य परिवहन के बसों से क्वारनटीन सेंटर में 21 दिन रहना होता है. ऐसे ही यूपी में पहुंचते ही मजदूरों की जांच होती है और जिसमें किसी तरह का कोई लक्षण होता है तो उसे क्वारनटीन सेंटर में रखा जाता है और जिसमें नहीं होता है उसे होम क्वारनटीन किया जाता है.