New Delhi/AtulyaLoktantra : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी का लंबी बीमारी के बाद 67 साल की उम्र में निधन हो गया. डीपी त्रिपाठी का जन्म 29 नवंबर 1952 को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुआ था. वो जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं. डीपी त्रिपाठी ने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से की थी, लेकिन सोनिया गांधी के विरोध में कांग्रेस छोड़कर एनसीपी ज्वॉइन कर ली थी.
डीपी त्रिपाठी के निधन पर एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने गहरा दुख जताया है. एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट कर कहा, ‘डीपी त्रिपाठी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुःख हुआ. वो एनसीपी के महासचिव थे. हम सभी के मार्गदर्शक और संरक्षक थे. हम उनके परामर्श और मार्गदर्शन को याद करेंगे, जो उन्होंने उस दिन से दिया था, जिस दिन एनसीपी की स्थापना हुई थी. उनकी आत्मा को शांति मिले.’
एनसीपी नेता डीपी त्रिपाठी अपने पीछे तीन बेटे छोड़ गए हैं. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में एमए किया था. उन्होंने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई खी थी. वो एक नेता के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक भी थे.
डीपी त्रिपाठी अप्रैल 2012 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. वो जून से लेकर नवंबर 2012 तक ऊर्जा कमेटी और लोकपाल व लोकायुक्त बिल पर राज्यसभा की सेलेक्ट कमेटी के सदस्य रहे.