नई दिल्ली/अतुल्यलोकतंत्र :दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और अन्य को बरी कर दिया। इस मामले में अंसारी के सांसद भाई अफजाल अंसारी और 5 अन्य को भी बरी कर दिया गया है।
कृष्णानंद राय उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक थे। उनकी 29 नवंबर, 2005 को दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। मुख्तार अंसारी, जिनके खिलाफ 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, 2005 से जेल में बंद हैं।
सीबीआई ने बाद में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी पर हत्या का मामला दर्ज किया। अंसारी मऊ विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक चुने गए हैं। उनकी पहली जीत 1996 में हुई जब उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। 2010 में बसपा द्वारा आपराधिक गतिविधियों के लिए अंसारी को निष्कासित कर दिया गया था।
उन्होंने अपने भाइयों के साथ अपनी पार्टी कौमी एकता दल बनाई और 2012 के विधानसभा चुनाव में मऊ सीट से जीत हासिल की। बाद में उन्होंने 2017 में बसपा के साथ अपनी पार्टी का विलय कर लिया और राज्य चुनाव बसपा के उम्मीदवार के रूप में जीता। पिछले साल बागपत जेल के अंदर मारे गए गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी भी इस मामले में आरोपी था। एक अन्य हाई प्रोफाइल गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी को भी बरी कर दिया गया है।