Chandigarh/Atulya Loktantra: बच्चों के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए अब बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ की तर्ज पर पूरे “हिफाजत’ अभियान शुरू होगा। शुरुआत उन दस जिलों से ज्यादा की जाएगी, जहां बच्चों के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध दर्ज हैं। इसके बाद अन्य जिलों में शुरू होगा। राज्य बाल संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन के अनुसार अभियान के तहत हर गांव, कस्बे और शहर तक छोटे-छोटे कार्यक्रम होंगे, जिसमें नुक्कड़ नाटक, ऑडियो-वीडियो, कहानियां आदि के जरिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक संदेश दिया जाएगा।
बच्चों को बेड टच-गुड टच के बारे में बताया जाएगा तो बड़ों को बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके तहत काउंसलर नियुक्त होंगे जो पूरे अभियान को अंजाम तक पहुंचाएंगे। दो वैन भी प्रदेशभर में घूमेगी, जिसमें जागरूक करने वाली फिल्में दिखाई जाएंगी। वैन की संख्या आगे और भी बढ़ाई जा सकती है। राज्य बाल संरक्षण और पुलिस संयुक्त रूप अभियान चलाएंगे। इसकी शुरुआत 24 जनवरी को राष्ट्रीय बेटी बचाओ दिवस पर हो सकती है। प्रदेश में पोक्सो एक्ट के तहत सालाना 1700 से ज्यादा दर्ज हो रहे हैं।
दिलाई जाएगी शपथ
अभियान में लोगों से हस्ताक्षर भी कराएंगे। हर गांव में पंचायत सदस्यों के साथ गांव के लोगों से भी हस्ताक्षर कराएंगे। वह यह शपथ भी लेंगे कि बच्चों के साथ कहीं भी अपराध हाेता है तो वे न केवल उसे रोकने की कोशिश करेंगे बल्कि पुलिस तक मामला ले जाने में भी मदद करेंगे।
इन जिलों में बच्चों के खिलाफ सबसे ज्यादा हो रहे अपराध
प्रदेश में बच्चों के खिलाफ सबसे ज्यादा यौन शोषण 11 जिलों में हो रहे हैं। इनमें फरीदाबाद, गुड़गांव व करनाल टॉप थ्री में शामिल हैं। इनके अलावा 11 जिलों में पानीपत, सिरसा, नूंह, रेवाड़ी, भिवानी, जींद, रोहतक व सोनीपत शामिल हैं।