New Delhi/Atulya Loktantra: कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन 25वें दिन भी जारी है। कड़ाके की ठंड में भी किसानों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद की हुई है। आज आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को याद किया जाएगा और देश के सभी जिलों, तहसील व गांवों में श्रद्धांजलि सभाएं होंगी। इसके अलावा किसान नेता राकेश टिकैत और वीएम सिंह ने किसानों के उत्पीड़न बंद करने के लिए आज 11 बजे मेरठ कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों को वार्ता करने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने इस वार्ता के विफल होने पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को बंद करने की चेतावनी दी है।
पंजाब से सैकड़ों और किसानों ने दिल्ली की ओर किया कूच
कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के लिए पंजाब से हजारों और किसानों ने दिल्ली कूच किया है। वहीं, किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में शनिवार को एसवाईएल के मुद्दे ने खासा जोर पकड़ा। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को खूब उछाला और जिलों में सामूहिक उपवास भी किए। किसानों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के सामूहिक उपवास का विरोध भी किया और इसी दौरान फतेहाबाद में भाजपा जिलाध्यक्ष की पगड़ी भी उछाली गई जिससे टकराव की स्थिति पैदा हो गई।
उत्पीड़न नहीं रुका तो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बंद : वीएम सिंह
यूपी गेट पर शनिवार शाम किसान संगठनों ने प्रेस वार्ता के दौरान यूपी सरकार को किसानों का उत्पीड़न बंद करने को कहा। चेतावनी दी कि यदि किसानों को रोका गया और उनके परिवारों पर किसी तरह का दबाव बनाया गया तो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की सभी 14 लेन बंद कर दी जाएंगी। राकेश टिकैत व अन्य किसानों के साथ संयुक्त वार्ता में किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन आंदोलन में आने वाले किसानों को जगह-जगह रोक रहा है। ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया जा रहा है।
आज मेरठ कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता करेंगे किसान नेता
किसान नेता राकेश टिकैत और वीएम सिंह ने यूपी और उत्तराखंड में हो रहे किसानों के उत्पीड़न बंद करने के लिए आज 11 बजे मेरठ कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों को वार्ता करने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने इस वार्ता के विफल होने पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को बंद करने की चेतावनी दी है।
आंदोलन में जान गंवाने वाले ‘अन्नदाताओं’ को आज देशभर में श्रद्धांजलि देंगे किसान
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन 25वें दिन भी जारी है। कड़ाके की ठंड में भी किसानों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद की हुई है। आज आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को याद किया जाएगा। आज देश के सभी जिलों, तहसील व गांवों में श्रद्धांजलि सभाएं होंगी।