New Delhi/Atulya Loktantra : चीन से बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह पहुंचे हैं. शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां पहुंचे और जवानों से मुलाकात की. इससे पहले सिर्फ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत को इस दौरे के लिए आना था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को नीमू की फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे. यहां पर सीनियर अधिकारियों ने उन्हें मौके की जानकारी दी. पीएम मोदी ने सेना, वायुसेना के अफसरों से सीधे संवाद भी किया. आपको बता दें कि नीमू पोस्ट समुद्री तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद है, जिसे दुनिया की सबसे ऊंची और खतरनाक पोस्ट में से एक माना जाता है.
जानकारी के मुताबिक, अपने इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 कॉर्प्स के अधिकारियों से बात की. इसके अलावा CDS बिपिन रावत के साथ मिलकर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान नॉर्दन आर्मी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह भी मौजूद रहे. मई से ही चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव जारी है और बॉर्डर पर लगातार गंभीर स्थिति बनी हुई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां पर पहुंचना हर किसी को चौंकाता है.
इससे पहले शुक्रवार को सिर्फ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेह जाना था, लेकिन गुरुवार को उनके कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया. फिर तय हुआ था कि सिर्फ बिपिन रावत ही लेह जाएंगे. आपको बता दें कि लद्दाख बॉर्डर पर तनाव के बीच 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि कुछ जवान घायल भी हुए थे. इसी घटना के बाद से तनाव लगातार बढ़ता गया, दोनों सेनाओं ने लगातार कई मौकों पर बात भी की है. और मौजूदा जगह से सेना को पीछे हटाने पर चर्चा की है.
अधिकारियों के साथ होनी थी बैठक
शुक्रवार को सीडीएस बिपिन रावत को यहां पर नॉर्थ कमांड और 14 कॉर्प्स के अधिकारियों के साथ बैठक करनी थी. इस दौरान चीन के साथ मौजूदा तनाव, बॉर्डर की स्थिति का जायजा लेना था. इससे पहले सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी लेह गए थे, जहां पर उन्होंने गलवान घाटी में घायल हुए जवानों से मुलाकात की थी.
इसके अलावा सेना प्रमुख ने ईस्टर्न लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर जाकर हालात का जायजा लिया था. सेना प्रमुख ने जवानों से कहा था कि आपका काम शानदार रहा है, लेकिन अभी ये काम पूरा नहीं हुआ है.