फटकारने वाले BJP सांसद को जवाब- पानी जहरीला नहीं
दिल्ली जल बोर्ड के जिस अफसर से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने बदसलुकी की, आज उसी अफसर ने अपनी जल परीक्षा दी है। जल बोर्ड के डायरेक्टर संजय शर्मा ने रविवार को यमुना के पानी से स्नान किया। साथ ही ये भी बताया कि यमुना का पानी स्वच्छ है, जहरीला नहीं है। दो दिन पहले भाजपा सांसद ने संजय शर्मा को फटकार लगाई थी और यमुना के पानी में नहाने की चुनौती दी थी।
यमुना में बेझिझक डुबकी लगाए: संजय शर्मा
संजय शर्मा ने यमुना का पानी बाल्टी में भरवाया और उससे नहाते हुए वीडियो बनवाया। नहाने के बाद शर्मा बोले- पानी का BOD (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) लेवल 12-13 है, जबकि TSS (टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम) 20 के नीचे है, फास्फेट 0.1 और डिसोल्वड ऑक्सीजन 7.0 से ज्यादा है। यमुना नदी का पानी स्वच्छ है। लोग इसमें बेझिझक डुबकी लगा सकते हैं।
डायरेक्टर ने सांसद के खिलाफ की थी शिकायत
संजय शर्मा ने इस मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने शिकायत में कहा कि 28 अक्टूबर को वे ओखला बैराज कालिंदी कुंज पर ड्यूटी पर थे और यमुना में एन्टी फोमिंग केमिकल का छिड़काव करा रहे थे। उसी दौरान परवेश वर्मा और तजिंदर बग्गा वहां आकर उन्हें धमकाने लगे और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। संजय शर्मा दिल्ली जल बोर्ड में ट्रीटमेंट क्वालिटी कंट्रोल के डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं।
अफसर सफाई देते रहे, सांसद ने एक नहीं सुनी
दो दिन पहले छठ पूजा को लेकर यमुना नदी की स्थिति के बारे में जानने पहुंचे सांसद वर्मा ने DJB के अधिकारी से बदसलूकी की थी। उन्होंने अफसर को फटकार लगाते हुए कहा था कि ये तुझे आठ सालों में याद नहीं आया? यहां तुम लोगों को मार रहे हो, पिछले आठ सालों में यमुना साफ नहीं कर पाए।
अधिकारी ने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि इससे लोग मर रहे हैं। सांसद ने कहा- तू इसमें डुबकी लगाकर दिखा। अधिकारी ने कहा- आप गुस्सा क्यों कर रहे हैं, यह अप्रूव्ड है साफ करने के लिए डाला जा रहा है। सांसद ने उसकी एक नहीं सुनी और कहने लगे कि इसे तेरे सिर पर डाल दूं। बकवास कर रहा है। शर्म नहीं आती। प्रवेश वर्मा यहीं नहीं रुके। उन्होंने अफसर को बेशर्म, घटिया आदमी तक कह दिया।
सांसद ने दी अपनी सफाई
प्रवेश वर्मा ने DJB अधिकारी से बदसलूकी मामले में अपनी सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि आज यमुना के पास छठ घाट का दौरा करने पर हमें वहां जहरीले केमिकल के कंटेनर मिले। इस केमिकल को नदी में डाला जाएगा। वहां मौजूद अधिकारी से पूछा कि लोगों को नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा। उनसे बार-बार कहा कि यमुना नदी में केमिकल न डालें। अगर अधिकारी इस मामले में मेरी बात नहीं सुनते हैं तो मैं नाराज कैसे नहीं हो सकता? दिल्ली की जनता के हित के लिए अगर मुझे इस तरह से बात करनी पड़े तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है, यह सही है।
अधिकारी के सपोर्ट में सांसद से भिड़ गए थे स्थानीय लोग
सांसद के इस व्यवहार पर स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया था। एक शख्स ने सांसद से कहा था कि हम इन्हें देख रहे हैं। ये अधिकारी यहां काम कर रहे हैं। सांसद ने कहा कि हमारी पार्टी के लोग आते हैं यहां पर सफाई करने। इस पर शख्स ने कहा कि कोई नहीं आता है यहां पर। सांसद ने कहा मैं आता रहता हूं यहां। शख्स बोला- मैं यहीं पर रहता हूं, पर मुझे आप कभी नहीं दिखे।
आप अधिकारी से ये क्या कह रहे हैं। वह अधिकारी हैं, इतनी पढ़ाई करके आए हैं। उन्हें नेता नहीं बनना है। आप ऐसे कैसे बात कर सकते हैं। हमें कभी भी आपकी पार्टी का कोई नहीं दिखा यहां पर बल्कि हम लोग ही इसे शनिवार, रविवार को साफ करते हैं। ये लोग तो अप्रूव केमिकल डाल रहे हैं। आप लोग तो कभी भी नजर नहीं आए यहां। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी वायरल हुआ था।