केंद्र सरकार ने केरल में RSS के 5 नेताओं को Y कैटेगरी की सिक्योरिटी की सिक्योरिटी मुहैया कराई है। यह फैसला नेताओं पर हमले की आशंका को देखते हुए लिया गया है। NIA ने 22 सितंबर को 15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 93 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान केरल PFI के मेंबर मोहम्मद बशीर के घर से एक लिस्ट मिली, जिसमें PFI के रडार पर RSS के पांच नेताओं के नाम थे।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जांच और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को इनपुट दिए थे। इसके आधार पर RSS नेताओं को यह सिक्योरिटी कवर दिया गया। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) की VIP सिक्योरिटी विंग को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।
सुरक्षा में दो से तीन कमांडो की तैनाती
Y कैटेगरी के तहत हर नेता की सुरक्षा में दो से तीन कमांडो तैनात रहेंगे। ऐसी ही सिक्योरिटी बिहार BJP अध्यक्ष और पश्चिम चंपारण से सांसद संजय जायसवाल को भी दी गई है। जून में ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना की शुरुआत के बाद उनके और अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद उन्हें सिक्योरिटी दी गई थी।
इसे बाद में वापस ले लिया गया था, लेकिन अब फिर से बहाल कर दिया गया है। RSS के 5 नेताओं और संजय जायसवाल के शामिल होने से अब CRPF के VIP सुरक्षा घेरे में 125 लोग आ गए हैंं।
तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार को राज्य में प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कार्यालयों को सील करना शुरू कर दिया। PFI तमिलनाडु हेड ऑफिस के दरवाजे चेन्नई कॉर्पोरेशन और पुलिस अफसरों के सामने तोड़े गए। इसके बाद अधिकारियों ने डॉक्यूमेंट्स की जांच की और PFI हेडक्वॉर्टर सील कर दिया।