जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और 1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह (Ramchandra Prasad Singh) अब ‘मोदी टीम’ में शामिल हो गए हैं। रामचंद्र प्रसाद सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। रामचंद्र प्रसाद सिंह को आर.सी.पी. सिंह (R.C.P. Singh) के नाम से भी जाना जाता है। तो आइए जानते है कि कौन है ये आर.सी.पी. सिंह (Who is RCP Singh)…
आर.सी.पी सिंह 2010 में बिहार से राज्यसभा सांसद हैं। इसके अलावा वे जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) के संसदीय दल के नेता और राष्ट्रीय संगठन महासचिव हैं। कहा जाता है कि आर.सी.पी सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बेहद ही करीबी नेता है। विधानसभा चुनाव के बाद सीएम नीतीश कुमार ने जेडीयू की जिम्मेदारी आर.सी.पी. सिंह के कंधे पर डाल दी थी।
आपको बता दें कि जेडीयू (JDU) में सीएम नीतीश के बाद आर.सी.पी. सिंह ही नंबर दो के नेता का दर्जा दिया जाता है। सीएम नीतीश कुमार आर.सी.पी. सिंह को उत्तराधिकारी के तौर पर देखते थे। जेडीयू में जो भी राजनीति बनाई जाती है उसमें आर.सी.पी. सिंह का अहम रोल होता है, वो चाहे सीएम नीतीश के बड़े फैसले ही क्यों न हो।
क्या आपको पता है कि सीएम नीतीश और आर.सी.पी. सिंह एक ही जनपद के रहने वाले है? जी हां, सीएम नीतीश कुमार और आर.सी.पी. सिंह नालंदा (Nalanda) के ही रहने वाले हैं। ये दोनों साल 1998 से ही एक-दूसरे के साथ हैं।
राजनीति में कदम रखने से पहले वे यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी थे। वह नीतीश कुमार के प्रधान सचिव भी थे। वे उत्तर प्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईएएस (RCP Singh IAS batch) अधिकारी थे।
आर.सी.पी. सिंह रिटायरमेंट से पहले ही नौकरी छोड़ दी और 2010 में राजनीति में शामिल हो गए। साल 1998 में जब नीतीश कुमार को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ( Atal Bihari Vajpayee Ki Sarkar) में रेल मंत्री के रूप में चुना गया तब उन्होंने आर.सी.पी. सिंह को अपना विशेष सचिव के रूप में चुना। तभी से आर.सी.पी. सिंह और नीतीश कुमार एक साथ रहने लगे। वहीं जब कैबिनेट में बदलाव हुआ तो आर.सी.पी. सिंह को इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपा गया। अब वे इस्पात मंत्री के तौर काम करेंगे।