New Delhi/Atulya Loktantra: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Union Health Minister Dr Harsh Vardhan) ने शनिवार को कहा कि नोवल कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ भारत का पहला टीका (Covid-19 Vaccine) इस साल के अंत तक उपलब्ध हो सकता है. डॉ हर्षवर्धन ने यूपी के गाजियाबाद में NDRF के 10-बेड वाले अस्थाई अस्पताल का उद्घाटन करते हुए कहा, “हमारे कोविड वैक्सीन उम्मीदवारों में से एक क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में है. हमें पूरा विश्वास है कि इस साल के अंत तक एक वैक्सीन विकसित हो जाएगी.” उन्होंने कहा: “मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि लड़ाई के आठवें महीने में भारत में 75 प्रतिशत की सबसे अच्छा रिकवरी रेट है. कुल 2.2 मिलियन मरीज ठीक हो गए हैं और घर चले गए हैं और अन्य सात लाख बहुत जल्द ही ठीक होने जा रहे हैं.”
मंत्री ने कहा, ‘हमने पुणे में केवल एक परीक्षण प्रयोगशाला के साथ शुरुआत की लेकिन हमने अपनी इलाज की क्षमताओं को बढ़ाया और अपनी परीक्षण क्षमता को मजबूत किया. आज, भारत में COVID-19 के लिए 1,500 परीक्षण प्रयोगशाला हैं और शुक्रवार को हमने एक मिलियन से अधिक नमूनों का परीक्षण किया. ‘ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत ने आठ जनवरी से ही कोविड-19 से निपटने की रणनीति बनाने की शुरुआत कर दी थी जब दुनिया को इस महामारी की जानकारी मिली थी.
उन्होंने कहा, ‘‘ कई बुद्धिमान लोगों, वैज्ञानिकों और नकारात्मक सोच वाले लोगों का आकलन था कि 135 करोड़ आबादी वाले भारत में जुलाई-अगस्त तक 30 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होंगे और 50 से 60 लाख लोगों की मौत हो जाएगी और देश की स्वास्थ्य प्रणाली इस महमारी से निपटने में ‘अक्षम’ है.”
मंत्री ने कहा कि यह सफलता समन्वित प्रयासों के साथ सभी (सरकार और लोगों) की साझेदारी से मिली है. उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 से होने वाली मौतों की दर 1.87 प्रतिशत है जो दुनिया में सबसे कम है. मंत्री ने कहा कि इसमें रोजाना सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने पुणे में केवल एक जांच प्रयोगशाला से शुरुआत की थी लेकिन हमने संक्रमण का पता लगाने की क्षमता के साथ जांच क्षमता को भी मजबूत किया.”
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘आज, भारत में कोविड-19 जांच के लिए 1,511 प्रयोगशालाएं हैं और शुक्रवार को हमने करीब 10 लाख से ज्यादा नमूनों… करीब 10.23 लाख नमूनों की जांच की.”उन्होंने कहा कि इतने कम समय में पूरे देश में कोविड-19 मरीजों को समर्पित 15 हजार अस्पतालों में 15 लाख बिस्तरों की व्यवस्था की गई और अगर इसमें पृथकवास सुविधा को भी जोड़ दिया जाए तो कुल बिस्तरों की संख्या 25 लाख है.
हर्षवर्धन ने एनडीआरएफ को आपदा प्रबंधन के साथ-साथ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भी योगदान के लिए बधाई दी. एनडीआरएफ ने एक बयान में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जिस अस्पताल का उदघाटन किया गया है, वह गाजियाबाद की आठवीं बटालियम में स्थित है और इसे वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुंसाधन परिषद (सीएसआईआर) की प्रयोगशाला केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रूडकी के सहयोग से तैयार किया गया है.
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि बल की योजना मेक इन इंडिया अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए सभी आपदा मोचन उपकरणों की खरीद रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) और सीएसआईआर से करने की है.