क्रिप्टो बाजार को गति जरूर मिल रही
सर्वे के अनुसार, जो लोग स्टॉक मार्केट (Stock Market) में सक्रिय हैं और अक्सर ट्रेडिंग (Trading) करते रहते हैं वही लोग क्रिप्टो में ज्यादा निवेश करते हैं। हालाँकि बड़े स्टॉक निवेशक (Stock Investment) क्रिप्टो धन के कारण अपना काम छोड़ तो नहीं रहे हैं लेकिन उनके कारण क्रिप्टो बाजार को गति जरूर मिल रही है। इससे एक बात ये भी पता चलती है कि शेयर बाजार ट्रेडर्स (Share Market Traders) के क्रिप्टो बाजार में आ जाने से क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) का मूल उद्देश्य बदल रहा है। शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी और इसकी ब्लाकचेन तकनीक का उद्देश्य एक ऐसी डिजिटल करेंसी (Digital Currency) बनाना था जिस पर सरकारों का कोई नियंत्रण न हो ताकि किसी अर्थव्यवस्था (economic) के ध्वस्त हो जाने से इस डिजिटल करेंसी पर कोई प्रभाव न पड़े। इसके अलावा एक उद्देश्य गुप्त, सुरक्षित और पारदर्शी करेंसी बनाना भी था। लेकिन बीते एक साल में जिस तरह क्रिप्टो करेंसी में उतार चढ़ाव हुआ है उससे लगता है कि क्रिप्टो काफी कुछ शेयर बाजार के जैसा दिखने लगा है।
क्रिप्टो को अल्पकालीन निवेश मानते
सर्वे में शामिल 28 फीसदी लोगों ने कहा कि वे अपने क्रिप्टो निवेश से दीर्घकालीन ग्रोथ की उम्मीद करते हैं, 23 फीसदी लोगों ने कहा कि वे क्रिप्टो को अल्पकालीन निवेश मानते हैं। इसका मतलब ये भी निकाला जा सकता है कि 51 फीसदी लोग क्रिप्टो को किसी पारंपरिक शेयर की तरह काम करते देखते हैं।
उम्र के हिसाब से नजरिया
18 से 24 की उम्र के 19 फीसदी युवा क्रिप्टो को अल्पकालीन निवेश मानते हैं, इसी उम्र के 36 फीसदी युवा इसे दीर्घकालीन निवेश की तरह देखते हैं। दूसरी तरफ 25 फीसदी द्वारा क्रिप्टो में निवेश इसे एक सुरक्षित, तेज और आसान जरिया मानना है। सिर्फ 10 फीसदी इसे विपरीत आर्थिक हालात के लिए एक रिस्क कवर मानते हैं। उम्र के दूसरा एपदाव यानी 55 से ज्यादा वालों का नजरिया अलग है। ऐसे 28 फीसदी लोग क्रिप्टो को अल्पकालीन निवेश मानते हैं, जबकि 19 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने क्रिप्टो में पैसा इस लिए डाला है क्योंकि ये सरकारी नियंत्रण से मुक्त करेंसी है। यानी अधिक उम्र के लोगों में जोखिम सहने और एडवेंचर की ज्यादा गुंजाईश है।
क्या क्रिप्टो अमीर बनाता है?
ये सवाल पूछे जाने पर 28 फीसदी लोगों ने कहा कि हाँ, वे पिछले साल की तुलना में ज्यादा अमीर हुए हैं। 13 फीसदी ने कहा कि दो साल पहले की अपेक्षा ज्यादा अमीर हैं। 29 फीसदी ने कहा कि उनका लेवल पहले जैसा है। 16 फीसदी ने कहा कि उनकी दौलत घट गयी है। सर्वे के अनुसार महामारी के कारण ये डेटा अनिश्चित माना जाना चाहिए।
कितनी दौलत बढ़ गयी?
42 फीसदी लोगों ने कहा कि क्रिप्टो निवेश के चलते उनकी दौलत डेढ़ लाख डालर से ज्यादा बढ़ गयी है। 30 फीसदी ने कहा कि उनकी दौलत 75 हजार डालर से डेढ़ लाख डालर के बीच बढ़ी है। 25 फीसदी ने कहा कि ये वृद्धि 50 हजार डालर से 75 हजार डालर के बीच है। 27 फीसदी की बढ़ोतरी 25 हजार डालर से कम रही है।