New Delhi/Atulya Loktantra : हृदय रोग यानि दिल का दौरा और स्ट्रोक से हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है. लेकिन, अगर हम अपने जीवन में कुछ छोटे-मोटे बदलाव करें, तो हम हृदय रोग के खतरे को कम जरूर कर सकते हैं. इसके साथ ही हम अपनी लाइफस्टाइल में भी सुधार कर सकते हैं.
वहीं, कुछ ऐसे भी कारक हैं, जिन्हें हम बदल नहीं सकते, जैसे कि पारिवारिक इतिहास, आनुवांशिक कारक, लिंग और आयु. लेकिन, कुछ ऐसे उपाय और तरीके हैं, जिनसे हम हृदय रोग के खतरे को अपने जीवन में कम कर सकते हैं. ये सुरक्षात्मक कदम हमें हृदय रोग की शुरुआत होने से पहले और 20 साल की उम्र से ही शुरु कर देने चाहिए. क्योंकि आजकल बहुत कम उम्र में ही लोगों को हृदय रोग होना शुरु हो जा रहा है.
हृदय रोग से बचने के लिए हम यहां आपको कुछ सुरक्षात्मक कदम बता रहे हैं, जिन्हें हम सबको अपनी लाइफस्टाइल में जरूर अपनाना चाहिए, जिससे हमारे शरीर में हृदय रोग का खतरा टल सके.
हेल्दी डाइट
डेली रूटीन के अनुसार एक हेल्दी डाइट लेने से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है. साथ ही हमें अपनी डेली डाइट में 4-5 फल और सब्जियां जरूर शामिल करनी चाहिए.
वसा
ऐसे खाद्य पदार्थों/ऑयल का सेवन करें जो पॉलीअनसेचुरेटेड( polyunsaturated) और मोनोअनसैचुरेटेड (monounsaturated) फैटी एसिड से भरपूर हों. संतृप्त वसा(Saturated fats) आपके कैलोरी सेवन का 5-6 प्रतिशत होनी चाहिए और ट्रांस-वसा से बचा जाना चाहिए. साथ ही एनिमल फैट का सेवन कम करें और लाल मांस से बचें.
कार्बोहाइड्रेट
जब आपका शरीर ज्यादा एक्टिव हो उससे पहले और अपने सोने के समय से पहले ही कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजों का सेवन करें. रिफाइंड आटे जैसे मैदा और उससे बनीं चीजों का सेवन कम करें. इसके अलावा फास्ट फूड और जंक फूड से बचें, क्योंकि इनमें कार्बोहाइड्रेट औऱ ट्रांस फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है.
रोज़ाना एक्सरसाइज
नियमित व्यायाम आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, आपकी शारीरिक फिटनेस में सुधार कर सकता है और उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह के विकास की संभावना को 40-50 प्रतिशत तक कम कर सकता है. इसके साथ ही हफ्ते में 4-5 दिन हमें एक घंटे रोज़ पैदल जरूर चलना चाहिए.
धूम्रपान न करें
किसी भी रूप में तम्बाकू का सेवन न करें क्योंकि तम्बाकू का सेवन हृदय रोग, रक्तचाप, स्ट्रोक और परिधीय संवहनी रोग के लिए बहुत हानिकारक है. आप जितना ज्यादा धूम्रपान करते हैं, उतना अधिक हृदय रोग का खतरा होता है.
एल्कोहल का सेवन न करें
एल्कोहल का सेवन करने से हाई बीपी, स्ट्रोक, कैंसर और लीवर की समस्याएं हो सकती हैं.
शरीर का वज़न संतुलित रखें
अपने शरीर का वज़न संतुलित रखें क्योंकि ज्यादा वजन हृदय रोग की स्थितियों जैसे उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह को जन्म दे सकता है. शरीर का वज़न कम होने से आपके शरीर में हृदय रोग की खतरा कम होता है इसके साथ ही यह बीपी, कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज के खतरे को कम करता है.
नमक, चीनी का ज्यादा सेवन न करें
ज्यादा नमक और चीनी का सेवन भी हानिकारक है. अपने नमक और चीनी की जाँच करें नमक और चीनी धीमा जहर है, जिसका भारतीय लोग ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं.
अच्छी नींद लें
अच्छी और पूरी नींद लें.जो लोग पूरी नींद नहीं लेते हैं उनमें उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा, मधुमेह और अवसाद का खतरा ज्यादा होता है. हर रोज़ 8-9 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए.
ज्यादा तनाव न लें
तनाव को ज्यादा न होने दें, क्योंकि तनाव हृदय रोग की शुरुआत के लिए एक महत्वपूर्ण वजह है. तनाव को करने के लिए शारीरिक गतिविधि, विश्राम अभ्यास या ध्यान – आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
ज्यादा पानी पीएं
ज्यादा पानी पीने से आपका शरीर डिटॉक्स होता है. आपको हर रोज़ कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए.
रेग्यूलर बॉडी चेकअप
नियमित रूप से बॉडी चेकअप करवाएं. 35 वर्ष की आयु या इससे पहले भी अगर आपके पास हृदय रोग का पारिवारिक/ आनुवांशिक इतिहास है, तो अपना रेग्यूलर बॉडी चेकअप जरूर करवाएं.