Chandigarh/Atulya Loktantra: किसानों द्वारा पकड़कर पुलिस को सौंपा गया युवक योगेश सोनीपत शहर के न्यू जीवन नगर का रहने वाला है। युवक के ताऊ आनंद ने बताया कि 20 जनवरी के बाद भतीजा घर नहीं आया था। भतीजे योगी की गुमशुदगी की शिकायत देने के लिए पिता व भाई शुक्रवार को सिविल लाइन थाने में गए थे। पुलिस ने दोनों को कहा था कि शनिवार को योगी का फोटो लेकर आना, हो सकता है शनिवार तक वह घर भी आ जाए। रात को पुलिस घर पहुंची ओर योगी के पिता व भाई को साथ ले गई।
ताऊ बोले- योगी का कभी किसी शरारत में नाम तक नहीं आया
ताऊ आनंद ने बताया कि योगी का कभी किसी शरारत में नाम नहीं आया। वह कुंडली काम करता था, लेकिन लॉकडाउन में काम छूट गया था। उसका बड़ा भाई कुंडली काम करता है, जबकि मां कोठियों में झाड़ू पौंछा कर घर का गुजर बसर चलाती है। योगी का पिता होटल में खाना बनाने का काम करता था। लेकिन लॉकडाउन के बाद से स्थाई काम नहीं है। एक छोटी बहन है। जो दिल्ली में काम करती है। बड़े भाई व मां की कमाई से गुजर बसर चल रहा है।
मां ने कहा- ड्यूटी पर जाने की बात कहकर गया था घर से
युवक योगेश उर्फ योगी की मां दुर्गा देवी ने बताया कि बेटा 20 जनवरी को घर से ड्यूटी पर जाने की बात कहकर गया था। इसके बाद रात आठ बजकर 28 मिनट पर उसने फोन कहा कि आज मम्मी मैं घर नहीं आउंगा, दोस्त के यहां रुकंगा। दुर्गा देवी ने बताया कि शुक्रवार रात दो बजकर 30 मिनट पर 5 पुलिस कर्मी उनके घर आए। वह योगी के पिता व भाई को लेकर चले गए। दुर्गा देवी ने बताया कि योगी के मामा का मकान दिल्ली में है। मामा की मौत हो चुकी है।