Corona Ke Lakshan: कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बाद ठीक हो चुके बहुत से लोग तरह तरह की समस्याओं और तकलीफों से ग्रसित हो रहे हैं। पोस्ट कोविड सिंड्रोम (Post Covid Sindrom) यानी संक्रमण मुक्त होने के बाद भी तकलीफ बहुत से लोगों में देखी जा रही है। वैसे तो ये सभी उम्र के लोगों में हो रहा है लेकिन बुजुर्गों और जिन लोगों को कोरोना होने पर आईसीयू (ICU) में भर्ती होना पड़ा उनमें ये ज्यादा देखने को मिलता है।
क्यों हो रहा है पोस्ट कोविड सिंड्रोम
कोरोना संक्रमण में वायरस शरीर के सेल्स में प्रवेश कर जाता है और फेफड़े से लेकर हृदय और ब्रेन तक पहुंच जाता है। ये वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के एक्टिवेट होने से कुछ समय बाद खत्म हो जाता है और जांच करने और कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आ जाती है। लेकिन शरीर में घुसने और सेल्स में रिप्लीकेट होने के दौरान ये वायरस किसी भी अंग या कई अंगों को स्थाई रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। कई स्टडी में पाया गया है कि मरीज के हृदय, किडनी, ब्रेन या फेफड़े को किसी न किसी रूप में इस वायरस ने क्षतिग्रस्त कर देता है। ऐसा क्यों होता है और इसे कैसे रोका जाए, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है। रिसर्च में तो ये भी पता चला है कि कोरोना वायरस ब्रेन में घुस कर वहां के टिश्यू खत्म कर सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना के वेरियंट अलग अलग तरह की पोस्ट कोविड छाप छोड़ते हैं।