नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट एवं वित्त विधेयक पेश किया। वित्त मंत्री के करीब डेढ़ घंटे के बजट भाषण के पूरा होने के कुछ ही देर बाद सदन लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। निर्मला सीतारमण ने सदन में वित्त मंत्री के रूप में चौथा बजट भाषण पढ़ा। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा में बजट पेश किया।
इसके साथ ही उन्होंने राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003 की धारा 3 (1) के तहत मध्यावधि राजकोषीय नीति और राजकोषीय नीति योजना विवरण तथा वृहद आर्थिक रुपरेखा विवरण भी पेश किया। इसके बाद उच्च सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर, प्रह्लाद जोशी, अनुप्रिया पटेल आदि मौजूद थे। सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राहुल गांधी, द्रमुक नेता टी आर बालू, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले, तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय आदि मौजूद रहे।
वित्त मंत्री द्वारा बजट पेश किए जाने और कार्यवाही स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्मला सीतारमण के पास जाकर उन्हें बधाई दी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों के नेताओं एवं सदस्यों के पास जाकर उनसे बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी को तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय, सौगत राय, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, आरएसपी के एन के प्रेम चंद्रन, द्रमुक नेता दयानिधि मारण, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला आदि से बातचीत करते देखा गया।
वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में बताया कि जीएसटी व्यवस्था में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, लेकिन अभी भी कुछ चुनौतियां बाकी हैं। जीएसटी का सकल संग्रह जनवरी में रिकॉर्ड 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। ऐसा अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार के कारण संभव हो सका है।