– एक दिवसीय कार्यशाला में उद्योगपतियों के सुझाव भी किए साझा
फरीदाबाद, 11 जुलाई। हरियाणा सरकार के एसडीआईटी के महानिदेशक आरसी बिधान ने कहा कि उद्योगों में हुनरमंद युवाओं का होना जरूरी है। इसके लिए सरकार द्वारा लॉग टर्म और शार्ट टर्म स्किल डेवलपमेंट के कोर्स प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए हैं। स्कील डेवलपमेंट कोर्स के माध्यम से उद्योगों को हुनरमंद युवाओं रोजगार के लिए तैयार कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाना है। हरियाणा सरकार के एसडीआईटी के महानिदेशक रमेश चंद्र विधान आज सोमवार को एफआईए के कार्यालय में विभिन्न उद्योगपतियों संस्थाओं के प्रतिनिधियों और आईटीआई विभाग के अधिकारियों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों के साथ आईटीआई विभाग के अधिकारी मिलकर आपस में साझा कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। ताकि उद्योगों को हुनरमंद बच्चे मिले और जिसे उद्योगों की उत्पादन क्षमता बढ़े और अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिले। उन्होंने उद्योगपतियों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे हुनरमंद युवाओं के लिए सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में शार्ट ट्रम के कोर्स चलाए जा रहे हैं। जिससे उनके उद्योग के अनुरूप युवाओं को ट्रेनिंग दे देकर हुनरमंद बनाएं। ताकि वह उसके उद्योग में और बेहतर उत्पादन कर सके। उस हुनर पर रोजगार भी मिल सके। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में भी इसी चरण पर कार्य करके वह देश आज आर्थिक और औद्योगिक रूप से संपन्न हुए हैं। इसलिए इंडस्ट्रीज अधिक से अधिक वर्कशाप लगाकर आईटीआई पास के बच्चों के शर्ट कोर्स करवा कर उन्हें रोजगार उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता और परिस्थितियों के अनुसार कोर्स स्थापित करवाए जा रहे हैं।
उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कार्यशाला में आए हुए सभी अधिकारियों व उद्योगपतियों का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार ने फ्लैक्सिबल स्कीम दी है। आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में इस स्कीम का उद्योगपति अधिक से अधिक फायदा उठाएं। आईटीआई पास आउट विद्यार्थियों को अच्छी ट्रेनिंग देकर उन्हें अपने उद्योगों में रोजगार दे। यदि कोई इशू उद्योगपतियों का है तो वह आपस में सुझाव साझा करके उसे दूर करें।
एसडीआईटी के अतिरिक्त निदेशक संजीव शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में उद्योगों के हिसाब से आईटीआई पास बच्चों को हुनरमंद ट्रेनिंग देने का खाका तैयार किया जा रहा है। यह खाखा भारत सरकार ने वर्ष 2015 में स्किल डेवलपमेंट के नाम से शुरू किया था। बाद में प्रदेश सरकार में भी इसे 2016 में राज्य स्तरीय स्किल डेवलपमेंट तैयार किया गया है। इस स्किल डेवलपमेंट में जॉब रोल चयनित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों में भी मशीनीकरण का दिन प्रतिदिन बदलाव हो रहा है। उसी के अनुरूप हुनरमंद बच्चों का भी बच्चों में भी उसी के अनुरूप बदलाव होना जरूरी है। आईटीआई पास बच्चों के लिए अप्रेंटिसशिप के माध्यम से यह स्किल डेवलपमेंट कोर्स शुरू किए गए हैं। ताकि उद्योगों को उनके अनुरूप इंजीनियर मिल सके और और इंजीनियरों को रोजगार मिल सके।