लखनऊ: वतन से दूर नौजवान युवा पीढ़ी के एनआरआई अपने देश के लिए आज भी बहुत प्रेम रखते हैं। ये प्रोफेशनल भारत से दूर रह सकते हैं, लेकिन भारत इनसे दूर नहीं रह सकता। भारत आज एक बड़ी भयंकर महामारी के संकट से दिन-रात जूझ रहा है। इसके प्रकोप से कई लोग अपनी जान गंवा चुके है। जिसको देखते हुए इन भारतीय प्रवासियों ने मदद का कदम बढ़ाने का फैसला किया। इनको ये भी पता था कि एक टूटी हुई स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को रातोंरात इतनी जल्दी नहीं बनाया जा सकता है।
अजीत पांडे (इंग्लैंड), सत्यम सिंह (नीदरलैंड) जैसे कुछ युवा प्रोफेशनल ने इस दर्द ऑर पीढ़ा को समझा कि आज भारत में रोगी और स्वास्थ्य सेवा की सबसे बड़ी जरूरत ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर की है और इसकी उपलब्धता से कई स्तरों पर जीवन को बचाया जा सकता है।