तीस्ता सीतलवाड़ के पूर्व सहयोगी की तरफ से एक बड़ा खुलासा किया गया है। रईस खान की तरफ से कहा गया है कि वो तीस्ता के साथ सोनिया गांधी ने मिले। सोनिया गांधी ने पूछा था कि फंड में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है। रईस खान की तरफ से कहा गया कि अहमद पटेल की तरफ से पैसे कपड़े की थैली में दिए गए थे। रईस पठान का कहना है कि एसआईटी अब इस मामले में सोनिया गांधी से भी पूछताछ करे। दावे के अनुसार गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने और बीजेपी सरकार को गिराने के लिए शुरुआती दौर में उस वक्त 5 लाख और 48 घंटे बाद 25 लाख रुपये नगद दिए गए थे।
तीस्ता सीतलवाड़ और अहमद पटेल के बीच मोदी सरकार को गिराने के लिए हुई डील के चश्मदीद रईस पठान ने कई चौंकाने वाली बातें रखी। आखिर कैसे अहमद पटेल तीस्ता सीतलवाड़ का इस्तेमाल कर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र में उस वक्त काबिज वाजपेयी सरकार को गिराने को साधना चाहते थे। सोनिया गांधी पर भी रईस खान ने गंभीर आरोप लगाए हैं। रईस खान की मांग है कि अब सोनिया गांधी की भी जांच होनी चाहिए। पठान ने आगे दावा किया कि दिवगंत कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने किसी नरेंद्र भ्रमभट्ट से पैसे तीस्ता को दिए और कहा था कि फंड की कभी कमी नहीं होगी बस मकसद याद रखो। पटेल ने कहा था कि मोदी को जेल में बंद करवाओ और सरकार गिराओ।
बता दें कि इससे पहले एसआईटी की तरफ से दायर हलफनामे में कहा गया था कि अदलात में एसआईटी ने तीस्ता सीतलवाड़ का विरोध करते हुए अहमद पटेल का नाम लिया। इसमें कहा गया कि मोदी सरकार को बदनाम करने की बड़ी साजिश रची, अहमद पटेल को इसकी जानकारी थी। पटेल ने तीस्ता सीतलवाड़ को 30 लाख रुपये दिलाए और गोधरा दंगों के बाद अहमद पटेल से तीस्ता सीतलवाड़ की मुलाकात हुई थी। अहमद पटेल के कहने पर गवाह ने पांच लाख रुपये दिए गए। दो दिन बाद शाही बाग सर्टिकिट हाउस में फिर से बैठक हुई।