New Delhi/Atulya Loktantra : देश में बढ़ते कोरोना वायरस से हर कोई चिंतित है. वहीं संत, महात्मा भी अपने तरीकों से भगवान को मनाने में जुटे हुए हैं. ऐसा ही कुछ अनोखा नजारा धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में देखने को मिला, जब शहर के खोजवा इलाके के कश्मीरी गंज स्थित राम जानकी मंदिर में संत, महात्मा और वेदपाठी छात्र अनोखे अंदाज के साथ राम दरबार में भगवान हनुमान से याचना करते दिखे.
इस दौरान बैठे संत, महात्मा और वेदपाठी छात्रों ने लगातार सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया. वहीं सभी ने अपने मुंह पर मास्क लगाकर रखा और हनुमान चालीसा पढ़ी. पातालपुरी मठ के महंत बालकदास ने बताया कि इस तरह पूजन से न केवल लोगों में सावधान रहने का संदेश आसानी से पहुंचेगा, बल्कि भगवान हनुमान से प्रार्थना भी होगी क्योंकि संकट की घड़ी से सिर्फ एक मात्र देवता हनुमान ही बाहर निकाल सकते हैं.
राजस्थान के मंदिरों में मिलेगा मास्क लगाकर प्रसाद
राजस्थान के मंदिरों में पुजारी अब मास्क लगाकर पूजा करेंगे और प्रसाद देंगे. कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बेहतर उपाय बचाव ही है. इसे देखते हुए राजस्थान के मंदिरों में पुजारी मास्क लगाकर काम कर रहे हैं. बड़े मंदिरों में विदेशी पर्यटक भी आते हैं. पूजा पाठ और प्रसाद के दौरान लोग एक दूसरे के संपर्क में आ जाते हैं इसे देखते हुए एहतियातन मंदिरों के पुजारियों ने मास्क पहनकर काम करने का फैसला किया है.
जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर में पुजारी गुरुवार को मास्क पहनकर काम करते नजर आए. इनके अलावा सार्वजनिक जगह पर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह मास्क पहनकर काम करें.
जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर में काम कर रहे पुजारी 24 घंटे काम करते हैं. इनका कहना है कि मंदिर में सभी तरह के लोग आते हैं और हम किसी को अपने पास आने से मना नहीं करते हैं. उनके प्रसाद को भी छूते हैं और उन्हें प्रसाद वापस भी करते हैं इन मंदिरों में विदेशी पर्यटक भी आते हैं. इसलिए हम लोगों ने तय किया है इस मंदिर में रहने वाले सभी पुजारी 24 घंटे मास्क पहनकर ही काम करेंगे.