NEW DELHI: जिस क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर भारत में वैध-अवैध का विवाद चला आ रहा है, उसी क्रिप्टोकरेंसी में भारत को कोरोना से जंग में बहुत बड़ी मदद मिली है।
बिटकॉइन (Bitcoin) के बाद क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में इथेरियम (Ethereum) बहुत बड़ा नाम है। इथेरियम के सह संस्थापक वितालिक बुटेरिन (Vitalik Buterin) ने एक अरब डॉलर कीमत वाले शीबा इनु टोकन (Shiba Token) कोरोना से जंग लड़ने के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाओं को दान में दे दिए हैं।
शीबा एक नई करेंसी है जो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिनांस में कल लिस्ट हुई और कुछ ही घंटों के अंदर इसकी कीमतों में भारी उछाल आया गई। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का अपना ब्लाकचेन होता है जबकि क्रिप्टो टोकन पहले से मौजूद ब्लाक चेन पर बनाया जाता है।