New Delhi/Atulya Loktantra: कोरोना वैक्सीनेक्शन को लेकर सरकार का प्लान और तैयारी कैसी है, वैक्सीन को लोगों तक कैसे पहुंचाया जाएगा, किस तरह से टीकाकरण को अंजाम दिया जाएगा और वैक्सीनेशन के दौरान क्या आ सकती है परेशानी, इन सभी बातों को जानने के लिए ड्राई रन किया जाता है.
जहां पहुंचना आसान नहीं वहां होगा ड्राई रन
ड्राई रन को सभी राज्यों की राजधानियों में कम से कम तीन स्थानों पर अंजाम दिए जाने का प्रस्ताव है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुछ राज्यों में इस कवायद को ऐसे जिलों में भी अंजाम दिया जाएगा जहां पहुंच आसान नहीं है और जहां साजो-सामान संबंधी सुविधाओं की अच्छी व्यवस्था नहीं है. महाराष्ट्र और केरल का अपनी राजधानियों के अलावा बड़े शहरों में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास (Dry Run) को अंजाम दिए जाने की संभावना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बृहस्पतिवार को प्रधान स्वास्थ्य सचिवों और सभी राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल बैठक की और कोविड-19 टीकाकरण के लिए सत्र स्थलों पर तैयारियों की समीक्षा की.
ड्राई रन में क्या होगा
- – जब वैक्सीन की खेप आएगी तो उसके भंडारण का इंतजाम क्या होगा.
- – कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज के लिए कोल्डचैन तैयार की गई है.
- – कोल्ड स्टोरेज से अलग-अलग राज्यों में वैक्सीन भेजी जाएगी.
- – इसके बाद वैक्सीन को जिलों में पहुंचाया जाएगा.
- – वैक्सीन के पहुंचाने का काम मेडिकल टीम की निगरानी में किया जा रहा है.
- – लोगों तक वैक्सीन को सही तरीके से पहुंचाने की पहली परीक्षा ही ड्राई रन है.
- – ड्राई रन में मेन डिपो से वैक्सीन की खेप अलग-अलग जिलों में पहुंचाई जाएगी.
- – वैक्सीन को लाने और पहुंचाने के दौरान तापमान का खास ध्यान रखना होगा.
- – जिन्हें इस दौरान वैक्सीन लगनी है उन्हें एमएमएस भेजा जाएगा.
- – इस एमएमएस में वैक्सीनेशन करने वाली टीम का जिक्र होगा.